जयपुर. शहर में 21 और 22 अक्टूबर को सिटी ट्रांसपोर्ट सेवा की लो फ्लोर बसों के पहिए थम जाएंगे. अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कर्मचारियों ने 4 अक्टूबर को ज्ञापन सौंपते हुए हड़ताल का एलान किया था. लेकिन कर्मचारियों की मांगों को लेकर अब तक प्रशासन ने कोई सकारात्मक पहल नहीं की है. बताया जाता है कि हड़ताल रोकने के बजाय जेसीटीएसएल के अधिकारी फंड नहीं होने का हवाला दे रहे हैं.
कर्मचारी यूनियन का कहना है कि अगर उनकी सुनवाई नहीं हुई, तो हड़ताल अनिश्चितकाल तक जारी रहेगी. जेसीटीएसएल एंप्लॉय यूनियन ने बताया कि कर्मचारियों को हड़ताल पर ना जाना पड़े और आम जनता को परेशानी ना हो, इसके लिए लगातार उच्च अधिकारियों से वार्ता की कोशिश की जा रही है, लेकिन प्रशासन कर्मचारियों की मांगों को सरकार तक पहुंचाने के बजाय फंड नहीं होने का हवाला दे रहा है. उन्होंने कहा कि कर्मचारी किसी भी तरह का अतिरिक्त ग्रेड पे बढ़ाने की मांग नहीं कर रहे. लेकिन प्रशासन कर्मचारियों को उनका वाजिब हक भी नहीं देना चाहता.
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लो फ्लोर बसों के कर्मचारी सातवें वेतनमान का लाभ देने, नॉन रेगुलर कर्मचारियों को रेगुलर करने, 2016 से अब तक एरियर का भुगतान करने जैसी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. कर्मचारियों ने सोमवार को जेसीटीएसएल मुख्यालय पहुंच प्रदर्शन किया.
मांगें नहीं माने जाने की स्थिति में 21 और 22 अक्टूबर की हड़ताल को अनिश्चितकाल तक करने की चेतावनी दी. बहरहाल, 9 सूत्री मांगों को लेकर लो फ्लोर बसों के कर्मचारियों कि दो दिवसीय हड़ताल प्रस्तावित है. अब कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि इस हड़ताल के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं होती हैं, तो हड़ताल अनिश्चितकाल तक जारी रहेगी.