जयपुर. उदयपुर में कन्हैया लाल की तालिबानी स्टाइल में हुई निर्मम हत्या (Udaipur Murder Case) के विरोध में गुरुवार को सर्व समाज की ओर से जयपुर बंद का (Jaipur Bandh against udaipur murder case) व्यापक असर देखने को मिला. जयपुर के परकोटा सहित अलग-अलग बाजारों में अधिकतर व्यापार मंडलों ने स्वैच्छिक रूप से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. वहीं कुछ स्थानों पर बजरंग दल से जुड़े युवक इक्का-दुक्का खुले हुए प्रतिष्ठानों को बंद करवाते भी दिखे. बंद के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति न बने इसलिए लगातार पुलिस अधिकारी और जवान प्रमुख बाजारों में गश्त करते नजर आए.
परकोटे के बाजारों में यह रहे हालात
जयपुर में बंद कहां सर्वाधिक असर परकोटे के बाजारों में दिखाई दिया. परकोटे के बाजार अमूमन सुबह 9 बजे तक खुल जाते हैं लेकिन दोपहर तक परकोटे की 90 फीसदी से ज्यादा दुकानों के शटर गिरे रहे. किशनपोल बाजार, जोहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार, चांदपोल बाजार तो लगभग पूरा ही बंद रहा. वहीं जयंती बाजार, बापू बाजार 80% से ज्यादा बंद रहा. घाटगेट बाजार और रामगंज बाजार में भी बंद का व्यापक असर दिखाई दिया. परकोटे के बाजारों में पुलिस के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे और अधिकारी लगातार यहां के बाजारों में गश्त करते नजर आए. परकोटे के बाजारों में हिंदूवादी संगठनों और भाजपा से जुड़े कार्यकर्ता भी टोलियों बनाकर घूमते दिखे. जयंती बाजार के आसपास बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने खुली शराब की दुकान बंद भी करवाई.
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परकोटे के बाहर के बाजारों में भी दिखा असर
जयपुर बंद का असर परकोटे के बाहर के बाजारों में भी दिखाई दिया. एमआई रोड जयंती बाजार व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान स्वैच्छिक रूप से बंद रखे. वहीं अजमेर रोड, राजापार्क, मालवीय नगर, झोटवाड़ा आदि क्षेत्रों में भी बंद का असर दिखाई दिया. हालांकि बाहरी बाजारों में कहीं-कहीं दुकानें और प्रतिष्ठान खुले भी नजर आए. वहीं अति आवश्यक सेवाओं को इस बंद से दूर रखा गया.
व्यापार मंडल ने इस तरह जाहिर किया विरोध...
एमआई रोड व्यापार मंडल के महामंत्री और ऑल राजस्थान दुकानदार संघ से जुड़े सुरेश सैनी ने कहा कि अधिकतर व्यापारिक संगठनों ने स्वेच्छा से ही प्रतिष्ठान बंद रखे हैं. सैनी के अनुसार जिस प्रकार उदयपुर में घटना हुई वह आम जन को उद्वेलित करने वाली थी. व्यापारियों और दुकानदारों में इस घटना को लेकर काफी रोष है. एक निर्दोष दुकानदार को उसकी दुकान में घुसकर मारा गया. सैनी ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो इसीलिए इस बंद को व्यापारिक संगठनों ने समर्थन दिया है. बाबू बाजार और धुला हाउस बाजार से जुड़े व्यापारियों ने भी उदयपुर हत्याकांड को लेकर विरोध जताया है.
भाजपा कार्यकर्ताओं का ये कहना
परकोटे में जयपुर बंद के दौरान भाजपा कार्यकर्ता और पूर्व पदाधिकारी भी टोलियों के रूप में घूमते नजर आए. भाजपा नेता विजय शर्मा के अनुसार जिस प्रकार का कृत्य उदयपुर में हुआ है वो तालिबानी स्टेट में होने वाली घटनाओं की तरह था जिसे हिंदू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा. भाजपा कार्यकर्ता रहे विष्णु जायसवाल ने कहा कि कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के बाद सभी समाजों में आक्रोश है और अब सरकार को समझ लेना चाहिए कि इस प्रकार की घटनाएं राजस्थान में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी.
विश्व हिंदू परिषद और भाजपा का भी समर्थन
जयपुर बंद का आह्वान भले ही सर्व समाज की ओर से किया गया हो लेकिन हिंदूवादी संगठनों, व्यापारिक संगठनों के साथ ही विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और भाजपा का भी इस बंद को समर्थन रहा. यही कारण रहा कि भाजपा के नेता लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर आमजन से इस बंद को सफल बनाने की अपील करते पाए गए.
सर्व समाज का मौन जुलूस, सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात: उदयपुर में इस जघन्य हत्याकांड के विरोध में सर्व समाज ने आज मौन जुलूस निकाला. रैली में सभी समाज के प्रतिनिधि और लोग शामिल हुए. शहर के टाउन हॉल से रवाना होकर ये विरोध-प्रदर्शन रैली कलेक्ट्रेट तक पहुंची. विपरीत परिस्थितियों के चलते सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर सावधानी बरती गई. जगह-जगह चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया. एडीजी दिनेश एमएन और आला अधिकारी मौजूद रहे. वहीं, मौन जुलूस के वापस लौटते समय दिल्ली गेट पर कुछ युवकों द्वारा पत्थर फेंके जाने का मामला भी सामने आया है. हालांकि, पुलिस ने पत्थरबाजों को खदेड़ दिया. पथराव किस पर किया गया, इसका पता नहीं चल सका है. इस दौरान ईटीवी भारत से एडीजी दिनेश ने 1 जुलाई को निकलने वाली भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा को लेकर रूट और सुरक्षा इंतजामातों को लेकर खास बातचीत की. उड़ीसा की तर्ज पर राजस्थान के उदयपुर में भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथ यात्रा प्रस्तावित है.
बाड़मेर में सड़क पर हिन्दू संगठन, हनुमान चालीसा पढ़ जताया विरोध
उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड को लेकर गुरुवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर हिंदू संगठनों ने जबरदस्त तरीके से रैली निकालकर नारेबाजी करते हुए जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. कलेक्टर कार्यालय के बाहर करीब 6 मिनट तक हनुमान चालीसा का पाठ किया और बाड़मेर जिला कलेक्टर को महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर गहलोत सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की. भाजपा जिला महामंत्री स्वरूप सिंह खारा ने उदयपुर हत्याकांड की निंदा की और आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की.
उदयपुर घटना के विरोध में सिरोही बंद, रैली निकालकर सौंपा ज्ञापन
उदयपुर में हत्याकांड के देश में आक्रोश फैल गया है. गुरुवार को प्रदेश में कई जिले में बंद का आह्वान किया गया. इश दौरान सिरोही जिले के कई कस्बे में भी गुरुवार को पूर्ण रूप से बंद का असर दिखाई दिया. जिले में शिवगंज, जावाल सहित आबूरोड पर बंद का व्यापक असर देखने को मिला. आबूरोड में विभिन्न हिन्दू संगठनों की ओर से गुरुवार को उदयपुर हत्याकांड के विरोध में शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में बंद रखा गया. बंद के दौरान शहर में सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से भी पुख्ता इंतजाम रहे.
जोधपुर में सर्वसमाज के साथ पुलिस की बैठक शांति की अपील
जोधपुर में गुरुवार को पुलिस लाइन के सभागार में सभी समुदायों के साथ बैठक की गई. इसमें जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई ने लोगों से अमन और शांति कायम रखने की अपील की. बैठक में सुझाव लेने के साथ-साथ सभी ने एकजुटता से संकल्प लिया कि जोधपुर शहर की शांति और सौहार्द नहीं बिगड़े इसको लेकर प्रतिबद्धता दोहराई. सौहार्द बनाए रखने में सभी लोग हर संभव सामूहिक रूप से मदद करेंगे. जोधपुर के पुलिस लाइन सभागार में हुई बैठक में डीसीपी भुवन भूषण, समाजसेवी अतीक मोहम्मद, इकबाल खान, घेवर चंद सारस्वत, नवीन सोनी, विमला गट्टानी, अमृता एस दूदिया और नंदकिशोर शाह समेत अन्य शामिल हुए.
कोटा में भी 3 जुलाई को बंद का एलान: कोटा में भी तीन जुलाई को बंद का एलान किया गया है. सर्वसमाज ने बंद की घोषणा करने के साथ ही उदयपुर में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या पर रोष जताया है. बंद से चिकित्सा, यातायात, पेट्रोल पम्प को मुक्त रखा गया है. श्रीअनन्त चतुर्दशी आयोजन समिति के राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि दोपहर 12:00 बजे सीएडी सर्किल स्थित दाऊ दयाल जोशी पार्क के निकट सर्व समाज के लोग एकत्रित होंगे. यहां से संभागीय आयुक्त कार्यालय तक पैदल रैली निकाली जाएगी.