जयपुर. राजधानी में कोरोना की जंग में डटे हुए पुलिसकर्मी भी लगातार कोरोना की चपेट में आ रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भी पुलिसकर्मियों के जोश में किसी भी तरह की कमी नहीं देखी जा रही है. वहीं जयपुर पुलिस के जवानों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के विषय पर एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि जवानों का मनोबल कम होने के बजाय और बढ़ रहा है. पुलिसकर्मियों का खून सेल्फ मोटिवेटेड होता है. उन्हें मोटिवेट करने की आवश्यकता नहीं होती है.
जयपुर पुलिस लाइन का चार्ज एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा के पास है. जिन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि जयपुर पुलिस का प्रत्येक जवान पूरी सुरक्षा के साथ और मुस्तैदी के साथ कोरोना की जंग में डटा हुआ है. जयपुर पुलिस लाइन में ट्रैफिक का एक जवान कोरोना संक्रमित पाया गया है. जिसके बाद उसके संपर्क में आए अन्य जवानों को क्वॉरेंटाइन किया गया है. इसके साथ ही जवान के परिवार के सदस्यों को आइसोलेट किया गया है. वहीं बैरक में भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाई जा रही है. साथ ही पुलिस लाइन में आने वाले प्रत्येक वाहन को सोडियम हाइपोक्लोराइट से सैनिटाइज किया जा रहा है. ड्यूटी करते हुए और अपने कर्तव्य को निभाते हुए यदि कोई जवान कोरोना संक्रमित पाया जा रहा है तो उसे इलाज के लिए भेजा जा रहा है. वहीं वे जल्दी ही ठीक होकर वापस भी लौट रहे हैं. जिससे दूसरे जवानों का मनोबल कम होने के बजाय और भी अधिक बढ़ रहा है.
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सुनीता मीणा ने कहा कि कोई भी पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव ड्यूटी के दौरान पाया गया है. वहीं पुलिसकर्मियों का खून सेल्फ मोटिवेटेड होता है और उन्हें मोटिवेट करने की आवश्यकता नहीं होती है. मीणा ने बताया कि जयपुर में जितना भी जाब्ता लगाया गया है. उसमें से कोई भी पुलिसकर्मी ऐसा नहीं है, जिसने कोरोना के डर से छुट्टी की मांग की हो.
जनता के लिए अपनों से वादा तोड़कर, घरवालों को रोता छोड़कर आए
एडिशनल डीसीपी ने कहा कि हम अपनों से किया वादा तोड़ कर आए हैं, घर वालों को रोता छोड़ कर आए हैं. जिससे वह अपना फर्ज निभा सके और इस समाज को और पूरे देश को कोरोना से मुक्ति दिलवा सके. एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने बताया की वैश्विक महामारी कोरोना की जंग में प्रत्येक पुलिसकर्मी पूरी शिद्दत के साथ जुड़ा हुआ है.
कोरोना से जंग में जनता की खातिर पुलिस वालों को अपना जोश और जुनून जिंदा रखना होगा और वह हमेशा जिंदा रहेगा. प्रत्येक पुलिसकर्मी ने यह ठान लिया है की जब तक वह इस कोरोना को हरा नहीं देता, तब तक चैन से नहीं बैठेगा.