जयपुर. एक तरफ गहलोत सरकार 3 साल पूरे होने का जश्न मना रही है, वहीं दूसरी ओर बेरोजगार लगातार रोजगार के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. जयपुर में रविवार को बेरोजगारों की ओर से एक अनूठा प्रदर्शन किया गया. आईटी स्नातक बेरोजगारों ने कंप्यूटर शिक्षक भर्ती की विज्ञप्ति जारी करने को लेकर राजीव गांधी का मुखौटा पहनकर गांधीवादी तरीके से सत्याग्रह किया और कंप्यूटर शिक्षक की भर्ती की विज्ञप्ति निकालने की मांग की.
कंप्यूटर शिक्षक भर्ती में ठेकाकर्मियों को 30 फीसदी बोनस अंक देने का विरोध भी जताया. मांग नहीं माने जाने पर बेरोजगारों ने 23 दिसंबर को दिल्ली तक पैदल मार्च की चेतावनी दी है और वहां अपनी मांग प्रियंका गांधी के समक्ष रखने की बात कही है.
दरअसल, गहलोत सरकार ने दो साल पहले अपने बजट में कंप्यूटर शिक्षकों की 10,000 पदों पर भर्ती जारी करने की घोषणा की थी. लेकिन अभी तक इसकी विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है. आईटी स्नातक बेरोजगारों का कहना है कि पहले सरकार ने संविदा पर भर्ती की घोषणा की थी, लेकिन लखनऊ में प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद सरकार ने इस भर्ती को नियमित पदों पर भर्ती कराने की घोषणा की थी. कुछ महीनों पहले तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने इस भर्ती का सिलेबस भी जारी कर दिया. इसके बावजूद भी अब तक विज्ञप्ति जारी नहीं करने से आईटी स्नातक बेरोजगारों में आक्रोश व्याप्त है. गहलोत सरकार ने कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती में 30 फीसदी बोनस अंक ठेकाकर्मियों को देने की घोषणा की है. बेरोजगार इसका भी विरोध कर रहे हैं.
उनका कहना है कि जब उन्हें 30 फीसदी बोनस अंक दे दिया जाएगा तो उनके पास कुछ नहीं बचेगा. प्रदेश में सरकारी स्कूलों में 1 करोड़ से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं और स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक कंप्यूटर शिक्षा को पढ़ाने के लिए इन कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती की जा रही है. प्रदेश में करीब पांच लाख आईटी स्नातक भर्ती का इंतजार कर रहे है. पहली बार सरकार स्कूलों के लिए कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती कर रही है.
आईटी स्नातक बेरोजगार अश्वनी लाम्बा का कहना है कि प्रियंका गांधी के हस्तक्षेप के बाद सरकारी कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती करने का आश्वासन दिया गया था. मुलाकात के दौरान प्रियंका ने जल्द से जल्द विज्ञप्ति जारी कर कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक सरकार ने विज्ञप्ति जारी नहीं की है. जिससे आईटी स्नातकों में आक्रोश व्याप्त है. प्रदेश के स्कूलों के एक करोड़ बच्चों और आईटी स्नातक बेरोजगारों के भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है.
बेरोजगारों का कहना है कि सरकार के पास भी कई बार मांग रखी गई इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी लगातार विज्ञप्ति जारी करने की मांग की जा रही है, लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही. अश्वनी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ही भारत में कंप्यूटर की शुरुआत की थी और उनका सपना था कि भारत डिजिटल हो इसलिए उनका मुखौटा पहनकर गांधीवादी तरीके से सत्याग्रह किया जा रहा है ताकि प्रदेश के गांधी कहलाने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक हम अपनी मांग पहुंचा सके.
बेरोजगार युवा शिव ने कहा कि पिछले कई महीनों से बेरोजगार कंप्यूटर शिक्षक भर्ती की तैयारियां कर रहे हैं. कई तो ऐसे हैं जो जयपुर में किराए पर रह कर परीक्षा की तैयारियां कर रहे हैं. लंबे इंतजार के चलते बेरोजगारों को कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है. शिव ने कहा कि वह गांधीवादी तरीके से सत्याग्रह कर शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग करते हैं कि कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती जल्द से जल्द पूरी करें. शिव ने कहा कि यदि सरकार हमारी मांग नहीं मानती है तो हम 23 दिसंबर को दिल्ली तक पैदल मार्च निकालेंगे. वहां अपनी मांग प्रियंका गांधी के सामने रखेंगे.