जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देश भर में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाई जा रही है. हालांकि शादी समारोह के दौरान अभी भी बैन किये गए प्लास्टिक डिस्पोजल का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है. जिसे लेकर अब निगम प्रशासन शादियों में भी कार्रवाई कर चालान काटेगा.
शादियों से पहले मैरिज गार्डन से लेकर कैटरर्स तक सभी ने सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं करने को लेकर लाख दावे किए. इन दावों की जब पड़ताल की गई तो जागरूकता की कमी भी सामने आ गई. शादियों में अभी भी धड़ल्ले से पर्यावरण को दूषित करने वाला प्लास्टिक डिस्पोजल इस्तेमाल हो रहा है. पानी के गिलास हो या चाट के स्टॉल सभी पर बैन किये गये प्लास्टिक डिस्पोजल को देखा जा सकता है.
इस दौरान मैरिज गार्डन संचालक और कैटरर्स ने भी आयोजकों से समझाइश नहीं की. हालांकि अब जयपुर नगर निगम प्रशासन जरूर इस पर नकेल कसने की योजना बना रहा है. इस संबंध में निगम प्रशासक विजय पाल सिंह ने बताया कि जो प्लास्टिक बैन की कैटेगरी में है, उसका यदि शादी समारोह में इस्तेमाल किया जाता है तो उस पर निगम की ओर से कार्रवाई की जाएगी. इन शादियों में आयोजकों के साथ-साथ मैरिज गार्डन संचालकों के भी चालान काटे जाएंगे.
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हालांकि अब तक शादी समारोह में चालान की राशि निर्धारित नहीं की गई. जबकि व्यापारियों और थड़ी ठेले वालों पर सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करने पर चालान की राशि तय है. ऐसे में उम्मीद है कि शादियों का दौर थमने से पहले निगम रूपरेखा बनाकर कुछ कार्रवाई करेगा. ताकि आम जनता इस ओर भी जागरूक होगी.