जयपुर. इंवेस्ट राजस्थान समिट (Invest Rajasthan Summit) की श्रृंखला में देश-विदेश में कार्यक्रम आयोजित कर निवेशकों को राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया जा रहा है. इस कड़ी में सोमवार को बैंगलोर के निजी होटल में रोड शो का आयोजन किया गया.
इसमें उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत और तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गुर्ग की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल ने निवेशकों के साथ एमओयू और एलओआई किए. निवेशकों को राज्य में 24–25 जनवरी को होने वाले इन्वेस्ट राजस्थान समिट में आंमत्रित भी किया. बैंगलोर रोड शो में किए गए निवेश प्रस्तावों में न्यू टेक्नोलॉजी पर आधारित उद्योगों रोबोटिक्स, ईवी, टेक्निकल टेक्सटाइल, रिन्यूएबल एनर्जी के साथ ही हॉस्पिटैलिटी, स्वास्थ्य और रियल एस्टेट शामिल हैं.
इन प्रस्तावों में जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी की ओर से सिरोही में 1 हजार मेगावाट का हाइड्रो पंप बेस्ड एनर्जी स्टोरेज प्लांट लगाने का 4 हजार 900 करोड़ रुपये का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है. साथ ही एडवर्ब टेक्नोलॉजी की ओर से अलवर में स्थित ईएमसी जोन में ऑटोमेशन और रोबोटिक्स संबंधित उत्पाद बनाने की इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव प्राप्त हुआ है. मैसूर से भी करीब 160 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं.
औद्योगिक विकास के नक्शे पर ऊभर रहा राजस्थान
उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों और योजनाओं से राजस्थान औद्योगिक विकास के नक्शे पर लगातार ऊभर रहा है. कर्नाटक में आईटी से जुड़ी महत्वपूर्ण कंपनियां स्थापित हैं, उनके लिए राजस्थान में निवेश करने का बेहतरीन अवसर है. राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना- 2019 में आईटी को थ्रस्ट सेक्टर में शामिल कर विशेष लाभ दिए जा रहे हैं, जिससे राज्य में आईटी क्षेत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण कंपनियों ने निवेश किया है. इसमें इन्फोसिस, डोश बैंक, जैनपेक्ट और न्यक्लियस सॉफ्टवेयर महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य की निवेश जरुरतों को ध्यान में रखते हुए सेक्टर आधारित नीतियां और योजनाएं बनाई जा रहीं हैं.
राजस्थान बना एनर्जी सरपल्स राज्य
डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि उर्जा के क्षेत्र में राजस्थान एक एनर्जी सरप्लस राज्य बन चुका है. जोधपुर के भाड़ला में 14 हजार एकड़ भूमि पर स्थापित विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क है. रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में राज्य में निवेश की अपार संभावनाएं हैं. इस क्षेत्र को विशेष प्रोत्साहन देने के लिए नई विशेष नीतियां भी जारी कर दी गई हैं. उन्होंने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में भूमि की कोई कमी नहीं हैं. रीको की ओर से 360 से अधिक औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा चुके हैं. साथ ही ईवी जोन, मेडिकल डिवाइस पार्क, पेट्रोलियम, केमिकल्स एवं पेट्रोकेमिक्लस, फिनटैक पार्क आदि स्थापित किए जा रहें हैं.
5 लाख करोड़ से अधिक का निवेश मिला
राज्य में 24-25 जनवरी को होने वाले इंवेस्ट राजस्थान समिट के क्रम में देश-विदेश में किए जा रहे इन्वेस्टर्स कनेक्ट कार्यक्रमों से राज्य को अब तक करीब 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं. इसमें दुबई से करीब 46 हजार करोड़, दिल्ली से 78 हजार 700 करोड़, मुंबई से 1 लाख 94 हजार 950 करोड़, अहमदाबाद से 1 लाख 5 हजार करोड़ और बैंगलोर से 74 हजार 312 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश प्रस्ताव शामिल हैं.