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Invest Rajasthan 2022 Summit: 6 लाख 16 हजार 462 करोड़ के हुए MoU, CM गहलोत ने सभी विभागों से की सहयोग की अपील

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ‘इन्वेस्ट राजस्थान 2022‘ (Invest Rajasthan 2022 Summit) की तैयारियों की समीक्षा बैठक में कहा कि कोविड की विषम परिस्थितियों से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के साथ ही निवेश और रोजगार बढ़ाने में इन्वेस्ट राजस्थान समिट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. उन्होंने कहा कि सभी विभाग पूर्ण सहयोग और समन्वय की भावना से कार्य करें, ताकि जो निवेश प्रस्ताव आए हैं वे धरातल पर उतरें.

Invest Rajasthan 2022 Summit
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Published : Jan 3, 2022, 11:00 PM IST

जयपुर. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने प्रदेश में निवेश को लेकर फिर से प्रयास शुरू कर दिए हैं. CM गहलोत सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर 24-25 जनवरी को आयोजित होने वाली स्टेट इन्वेस्टर समिट ‘इन्वेस्ट राजस्थान 2022‘ (Invest Rajasthan 2022 Summit) की तैयारियों की समीक्षा बैठक (CM gehlot Review Meeting) की. मुख्यमंत्री ने कहा कि समिट की तैयारियां अच्छी हों और निवेशकों को विभिन्न स्वीकृतियां प्राप्त करने में आसानी हो, यह सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने 15 जनवरी तक सम्बन्धित विभागों से जुड़े एमओयू एवं एलओआई करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक जो एमओयू और एलओआई किए गए हैं, उनकी क्रियान्विती समयबद्ध रूप से हो.

अधिक से अधिक निवेशकों को जोड़ने का हो प्रयास : मुख्यमंत्री ने जिला स्तर पर निवेशकों के साथ एमओयू और एलओआई के सफल प्रयोग की सराहना की और कहा कि उद्योगों के लिए जमीन आवंटन के मामले में राजस्व विभाग प्रो-एक्टिव होकर कार्य करे. निवेशकों को विभिन्न स्वीकृतियां मिलने में परेशानी नहीं हो, साथ ही जिला कलेक्टर के स्तर पर निवेश के प्रस्तावों के जुड़ी प्रक्रिया समय पर पूरी की जाए तथा कलेक्टर के माध्यम से आने वाले निवेश प्रस्तावों की पर्याप्त मॉनिटरिंग हो. समिट के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य कोविड प्रोटोकॉल की पालना (Follow Covid Protocol) का ध्यान रखा जाए. उन्होंने इस समिट को वर्चुअल मोड पर भी रखने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक निवेशक और उद्यमी वर्चुअली भी जुड़ सकें.

यह भी पढे़ं - Invest Rajasthan 2022 Summit: समिट को आकर्षक और सफल बनाने के लिए निगमों को सौंपी जिम्मेदारी

निवेश को बढ़ावा देने के लिए 13 नई नीतियां होंगी लॉन्च

उद्योग विभाग के सचिव आशुतोष एटी पेडनेकर ने बताया कि अभी तक 6 लाख 16 हजार 462 करोड़ रूपए के कुल 1 हजार 454 एमओयू /एलओआई हो चुके हैं. जिनके माध्यम से 4 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. समिट के उद्घाटन सत्र में राजस्थान पैट्रो जोन (पीसीपीआईआर), रिडको, फिनटैक पार्क, नए औद्योगिक जोन एवं नए औद्योगिक क्षेत्रों की लॉचिंग होगी. साथ ही निवेश को बढ़ावा देने के लिए करीब 13 नई नीतियां लॉन्च की जाएंगी.

यह भी पढे़ं - राजस्थान बनेगा निवेश का हब, जनवरी में होगा इन्वेस्ट राजस्थान-2022

विभिन्न देशों के राजदूतों के साथ होगी चर्चा

पेडनेकर ने बताया कि समिट की पूर्व तैयारियों के तहत पिछले 2 माह में देश और देश से बाहर संभावित निवेशकों (Invest Summit of gehlot government) से संपर्क किया गया है. नवंबर माह में दुबई एक्सपो के दौरान दुबई में इन्वेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम के साथ ही नए निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए चैन्नई, अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, बैंगलुरू, हैदराबाद और कोलकाता में भी कार्यक्रम आयोजित किये गए. इन कार्यक्रमों में निवेशकों को राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित करने के साथ ही राजस्थान को इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में प्रस्तुत किया गया. उन्होंने बताया कि इसी माह विभिन्न देशों के राजदूतों के साथ भी समिट को लेकर चर्चा की जाएगी.

जयपुर. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने प्रदेश में निवेश को लेकर फिर से प्रयास शुरू कर दिए हैं. CM गहलोत सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर 24-25 जनवरी को आयोजित होने वाली स्टेट इन्वेस्टर समिट ‘इन्वेस्ट राजस्थान 2022‘ (Invest Rajasthan 2022 Summit) की तैयारियों की समीक्षा बैठक (CM gehlot Review Meeting) की. मुख्यमंत्री ने कहा कि समिट की तैयारियां अच्छी हों और निवेशकों को विभिन्न स्वीकृतियां प्राप्त करने में आसानी हो, यह सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने 15 जनवरी तक सम्बन्धित विभागों से जुड़े एमओयू एवं एलओआई करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक जो एमओयू और एलओआई किए गए हैं, उनकी क्रियान्विती समयबद्ध रूप से हो.

अधिक से अधिक निवेशकों को जोड़ने का हो प्रयास : मुख्यमंत्री ने जिला स्तर पर निवेशकों के साथ एमओयू और एलओआई के सफल प्रयोग की सराहना की और कहा कि उद्योगों के लिए जमीन आवंटन के मामले में राजस्व विभाग प्रो-एक्टिव होकर कार्य करे. निवेशकों को विभिन्न स्वीकृतियां मिलने में परेशानी नहीं हो, साथ ही जिला कलेक्टर के स्तर पर निवेश के प्रस्तावों के जुड़ी प्रक्रिया समय पर पूरी की जाए तथा कलेक्टर के माध्यम से आने वाले निवेश प्रस्तावों की पर्याप्त मॉनिटरिंग हो. समिट के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य कोविड प्रोटोकॉल की पालना (Follow Covid Protocol) का ध्यान रखा जाए. उन्होंने इस समिट को वर्चुअल मोड पर भी रखने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक निवेशक और उद्यमी वर्चुअली भी जुड़ सकें.

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निवेश को बढ़ावा देने के लिए 13 नई नीतियां होंगी लॉन्च

उद्योग विभाग के सचिव आशुतोष एटी पेडनेकर ने बताया कि अभी तक 6 लाख 16 हजार 462 करोड़ रूपए के कुल 1 हजार 454 एमओयू /एलओआई हो चुके हैं. जिनके माध्यम से 4 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. समिट के उद्घाटन सत्र में राजस्थान पैट्रो जोन (पीसीपीआईआर), रिडको, फिनटैक पार्क, नए औद्योगिक जोन एवं नए औद्योगिक क्षेत्रों की लॉचिंग होगी. साथ ही निवेश को बढ़ावा देने के लिए करीब 13 नई नीतियां लॉन्च की जाएंगी.

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विभिन्न देशों के राजदूतों के साथ होगी चर्चा

पेडनेकर ने बताया कि समिट की पूर्व तैयारियों के तहत पिछले 2 माह में देश और देश से बाहर संभावित निवेशकों (Invest Summit of gehlot government) से संपर्क किया गया है. नवंबर माह में दुबई एक्सपो के दौरान दुबई में इन्वेस्टर कनेक्ट कार्यक्रम के साथ ही नए निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए चैन्नई, अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, बैंगलुरू, हैदराबाद और कोलकाता में भी कार्यक्रम आयोजित किये गए. इन कार्यक्रमों में निवेशकों को राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित करने के साथ ही राजस्थान को इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में प्रस्तुत किया गया. उन्होंने बताया कि इसी माह विभिन्न देशों के राजदूतों के साथ भी समिट को लेकर चर्चा की जाएगी.

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