जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट जयपुर की टीम ने ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत ड्रग्स माफियाओं बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. इस कार्रवाई में पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के 1 सप्लायर सहित 4 अन्य तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पुलिस ने 6 लाख रुपए और एक लग्जरी कार बरामद की है.
बताया जा रहा है कि ड्रग्स माफियाओं के गैंग के सप्लायर भरतपुर और यूपी से जयपुर शहर के आसपास के इलाकों में मादक पदार्थ का सप्लाई देने आए थे, तभी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. वहीं, जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव के अनुसार ऑपरेशन क्लीन स्वीप में कार्रवाई के लिए जयपुर शहर में नशीले और मादक पदार्थों की सप्लाई एवं बिक्री करने वालों के विरुद्ध पुख्ता कार्रवाई के लिए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक कुमार गुप्ता के सुपरविजन में एक टीम का गठन किया गया है.
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि एडिशनल पुलिस कमिश्नर के नेतृत्व में ही सीएसटी टीम ने एक जाल बिछा कर ड्रग्स माफियाओं के अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया, जिसके तहत शातिर तस्कर भरतपुर से तस्करी कर जयपुर में 2 कारों के जरिए 64 किलो 800 ग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा लेकर आए, जहां पुलिस ने सरगना लेडी तस्कर पंचमुखी उर्फ इंद्रा, करण सांसी, सूरज बिड़ाया, अजय कुमार और पंकज यादव को मौके पर दबोच लिया.
इसके बाद महिला तस्कर पंचमुखी उर्फ इंद्रा से पूछताछ में सामने आया कि उनके द्वारा गांजे को भरतपुर से रामवतार सिंह और भूपेंद्र सिंह से डिलीवर किया गया है, जिसके बाद सीएसटी टीम ने दोनों को डिटेन किया. जहां उनके पास 6 लाख रुपए बरामद हुए और एक लग्जरी कार भी पुलिस ने जब्त की. वहीं, गिरफ्तार महिला तस्कर पंचमुखी गैंग की सरगना है, जो कि पहले से वांटेड घोषित है. यकीनन मुख्य रूप से जयपुर को मादक पदार्थ का हब बनाने के लिए भांग के ठेकों के आसपास आकर नशे के आदि लोगों से संपर्क साधकर नशे का काम करने वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटाकर जयपुर में गांजे की सप्लाई करते थे.
तस्करी में लिप्त जीजा-साला एवं भाई-बहन की जोड़ी
वहीं, पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी राम अवतार सिंह और भूपेंद्र सिंह सगे जीजा-साला है. महिला तस्कर पंचमुखी और सूरज मीणा भी दोनों भाई-बहन है, जो साथ में मिलकर तस्करी का काम करते हैं. यह गिरोह ओडिशा एवं आंध्र प्रदेश के तस्करों के संपर्क में होकर मादक पदार्थ गांजे की बड़ी खेप भरतपुर व उत्तर प्रदेश के बॉर्डर इलाकों से मंगवाते हैं. फिर जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर इलाकों में सप्लाई करते हैं. फिलहाल, पुलिस ड्रग्स माफियाओं के गिरोह के तस्करों से पूछताछ कर रही है, जिनसे और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है.