जयपुर. एसओजी ने शुक्रवार को नकली नोट बनाने वाली गैंग का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर एक बाल अपचारी को निरुद्ध किया था. गैंग के सरगना सरदार सिंह और उसके साथी सुरेंद्र से एसओजी मुख्यालय में लगातार पूछताछ जारी है. पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
गैंग के सरगना सरदार ने पूछताछ के दौरान इस बात का खुलासा किया है, कि उसने यूट्यूब पर नकली नोट बनाने का वीडियो देखने के बाद नकली नोट छापने का काम शुरू किया.
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गैंग के सरगना सरदार ने बताया, कि वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है और भविष्य में ई-मित्र कियोस्क खोलने का विचार करते हुए उसने कुछ माह पूर्व ही कंप्यूटर, स्कैनर और प्रिंटर खरीदा था. इस दौरान एक दिन यूट्यूब पर उसने नकली नोट बनाने का वीडियो देखा और उसके बाद स्कैनर और प्रिंटर की मदद से नकली नोट छापने लगा.
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नकली नोट को बाजार में खपाने का काम उसके साथी सुरेंद्र और एक बाल अपचारी ने किया. सुरेंद्र पेशे से एक आईटीआई छात्र है, जिसने जयपुर, सवाई माधोपुर, बस्सी और आसपास के इलाकों में नकली नोट खपाए. फिलहाल एसओजी मुख्यालय में दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है. नकली नोट किन-किन लोगों तक पहुंचाए गए हैं, इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.