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International Fire Fighters Day: राजधानी की सुरक्षा में तैनात हैं 402 फायर फाइटर्स...खतरों के बीच निभाते हैं फर्ज - ETV bhatat Rajasthan news

दुनियाभर में 4 मई यानी आज इंटरनेशनल फायरफाइटर्स डे मनाया (International Fire Fighters Day) जा रहा है. आग की घटनाओं पर काबू पाने वाले फायर फाइटर्स की चुनौतियां कितनी बड़ी हैं, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है. आग को फैलने से रोकने और आग पर काबू पाने के दौरान कई बार फायर फाइटर्स की जिंदगी दांव पर लग जाती है. लेकिन खतरों के बीच अपने फर्ज को अंजाम देने वाले फायर फाइटर्स को बार-बार सलाम है.

International Fire Fighters Day
फायर फाइटर्स की तस्वीर
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Published : May 4, 2022, 7:38 PM IST

जयपुर. राजधानी के विद्याधर नगर में हाल में सिनेस्टार सिनेमा हॉल में लगी आग को बुझाने के दौरान दो फायर फाइटर दम घुटने से मूर्छित हो गए थे. यही नहीं कई बार फायरमैन आग बुझाते हुए खुद भी झुलस जाते हैं. इस तरह की घटनाओं से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि फायर फाइटर का काम कितना कठिन और खतरों से भरा है. इसी तरह के दुनिया भर के फायरफाइटर्स को उनके इस मुश्किल काम के लिए धन्यवाद देने और सम्मान करने के लिए 4 मई यानी आज दुनियाभर में इंटरनेशनल फायरफाइटर्स डे (International Fire Fighters Day) के रूप में मनाया जा रहा है. फायरफाइटर्स डे के मौके पर जयपुर को आग की घटनाओं से बचाने के लिए यहां का अग्निशमन दस्ता कितना सजग और तैयार है, इसी पर पेश है ये खास रिपोर्ट.

दशहरा हो या दिवाली या कोई भी मौसम आगजनी की घटनाओं से शहर को बचाने के लिए फायर फाइटर्स 24 घंटे सजग और तैयार रहते हैं. राजधानी जयपुर की बात करें तो यहां आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए 12 फायर स्टेशन पर 54 वाहन मौजूद हैं. तंग गलियों में आग पर काबू पाने के लिए मोटरसाइकिल दमकल और बड़ी बिल्डिंग के लिए 42 मीटर और 70 मीटर एएचएलपी मौजूद है.

राजधानी की सुरक्षा में तैनात हैं 402 फायर फाइटर्स.

पढ़े:Fire Incident In Ajmer: रीको इंडस्ट्री एरिया की दो फैक्ट्रियों में लगी भीषण आग, करोड़ों का सामान जलकर राख

बीते साल हुई 1300 से ज्यादा आगजनीः राजधानी में बीते साल 1300 से ज्यादा आगजनी की घटनाएं हुई. हालांकि जयपुर की फायर ब्रिगेड ने इन पर समय रहते काबू पाया. चूंकि अब शहर में दो निगम हो गए हैं. ऐसे में फायर डिपार्टमेंट भी दो हिस्सों में बंट गया है. शहर में मौजूद 12 फायर स्टेशन में से 8 ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में जबकि 4 हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में हैं. ग्रेटर निगम सीएफओ जगदीश फुलवारी के अनुसार शहर में आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए फायर टीम पूरी तरह सक्षम है, फिर चाहे बड़ी इमारतें हो या तंग गलियां. हेरिटेज नगर निगम सीएफओ देवेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि नए इक्विपमेंट उपलब्ध कराने के लिए डीएलबी को लिखा है.

ग्रेटर नगर निगम फायर स्टेशन

  • वीकेआई
  • झोटवाड़ा
  • बिंदायका
  • 22 गोदाम
  • मालवीय नगर
  • मानसरोवर
  • सीतापुरा
  • जगतपुरा (अपैरल पार्क)

ग्रेटर नगर निगम में फायर वाहन

  • कुल वाहन - 33
  • छोटी बड़ी दमकल - 18
  • मोटरसाइकिल दमकल - 9
  • एएचएलपी - 1 (70 मीटर)
  • मौका मुआयना टीयूवी - 5

हेरिटेज नगर निगम फायर स्टेशन

  • आमेर
  • घाटगेट
  • बनीपार्क
  • चौगान

हेरिटेज नगर निगम में फायर वाहन

  • कुल वाहन - 35
  • छोटी बड़ी दमकल - 21
  • मोटरसाइकिल दमकल - 9
  • मौका मुआयना टीयूवी - 4
  • एएचएलपी - 1 (42 मीटर)

फायर फाइटिंग सिस्टम विद पंप हाउस पर काम अंतिम दौर मेंः शहरी क्षेत्र कंजेस्टेड होने की वजह से जगह-जगह हाइड्रेंट की जरूरत महसूस करते हुए फायर फाइटिंग सिस्टम विद पंप हाउस प्रोजेक्ट पर काम अंतिम दौर में चल रहा है. इसके तहत घाटगेट फायर स्टेशन से वॉल सिटी एरिया में 7 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डाली जा चुकी है. जिसमें परकोटे के सभी प्रमुख बाजार कवर किए जा रहे हैं. सभी बाजारों में निश्चित दूरी पर हाइड्रेंट की व्यवस्था की जा रही है ताकि उन हाइड्रेंट का इस्तेमाल कर फायर वाहनों में पानी भरा जा सके.

पढ़े:राजसमंद: देवगढ़ में आग लगने से पशुओं का चारा जलकर राख, कड़ी मशक्कत के बाद दमकल ने पाया काबू

अधिकतर कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट परः शहर की आगजनी की घटनाओं पर पार पाने के लिए परमानेंट फायरमैन और ड्राइवर की तुलना में कॉन्ट्रैक्ट पर लगे कर्मचारी ज्यादा हैं. अब प्रदेश स्तर पर 600 फायरमैन और 29 एएफओ की भर्ती की जा रही है. इसे लेकर लिखित परीक्षा भी हो चुकी है, इनमें से करीब 20 से 25 फायर मैन जयपुर के खाते में भी आएंगे.

हेरिटेज नगर निगम:

  • कुल फायरमैन - 162
  • स्थाई - 62
  • अस्थाई - 100
  • कुल ड्राइवर - 68
  • स्थाई - 8
  • अस्थाई - 60
  • कुल ऑफिसर - 4
  • सीएफओ - 1
  • एएफओ - 3

ग्रेटर नगर निगम

  • कुल फायरमैन - 240
  • स्थाई - 90
  • अस्थाई - 150
  • कुल ड्राइवर - 115
  • स्थाई - 15
  • अस्थाई - 100
  • कुल ऑफिसर - 6
  • सीएफओ - 1
  • एएफओ - 5

इसलिए मनाते हैं फायर फाइटर्स डेः बता दें कि 1999 में ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया स्थित लिटन की झाड़ियों में आग लगी थी. आग को बुझाने पहुंची टीम के 5 सदस्यों की विपरीत दिशा में हवा बहने की वजह से आग में झुलसकर मौत हो गई थी. मौसम विभाग की तरफ से हवा के विपरीत दिशा में बहने की कोई भविष्यवाणी नहीं हुई थी, लेकिन अचानक हवा की दिशा बदलने से 5 फायर फाइटर आग की चपेट में आ गए. उन्हीं फायर फाइटर्स के याद और सम्मान में हर साल 4 मई को इंटरनेशनल फायरफाइटर्स डे मनाया जाता है.

जयपुर. राजधानी के विद्याधर नगर में हाल में सिनेस्टार सिनेमा हॉल में लगी आग को बुझाने के दौरान दो फायर फाइटर दम घुटने से मूर्छित हो गए थे. यही नहीं कई बार फायरमैन आग बुझाते हुए खुद भी झुलस जाते हैं. इस तरह की घटनाओं से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि फायर फाइटर का काम कितना कठिन और खतरों से भरा है. इसी तरह के दुनिया भर के फायरफाइटर्स को उनके इस मुश्किल काम के लिए धन्यवाद देने और सम्मान करने के लिए 4 मई यानी आज दुनियाभर में इंटरनेशनल फायरफाइटर्स डे (International Fire Fighters Day) के रूप में मनाया जा रहा है. फायरफाइटर्स डे के मौके पर जयपुर को आग की घटनाओं से बचाने के लिए यहां का अग्निशमन दस्ता कितना सजग और तैयार है, इसी पर पेश है ये खास रिपोर्ट.

दशहरा हो या दिवाली या कोई भी मौसम आगजनी की घटनाओं से शहर को बचाने के लिए फायर फाइटर्स 24 घंटे सजग और तैयार रहते हैं. राजधानी जयपुर की बात करें तो यहां आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए 12 फायर स्टेशन पर 54 वाहन मौजूद हैं. तंग गलियों में आग पर काबू पाने के लिए मोटरसाइकिल दमकल और बड़ी बिल्डिंग के लिए 42 मीटर और 70 मीटर एएचएलपी मौजूद है.

राजधानी की सुरक्षा में तैनात हैं 402 फायर फाइटर्स.

पढ़े:Fire Incident In Ajmer: रीको इंडस्ट्री एरिया की दो फैक्ट्रियों में लगी भीषण आग, करोड़ों का सामान जलकर राख

बीते साल हुई 1300 से ज्यादा आगजनीः राजधानी में बीते साल 1300 से ज्यादा आगजनी की घटनाएं हुई. हालांकि जयपुर की फायर ब्रिगेड ने इन पर समय रहते काबू पाया. चूंकि अब शहर में दो निगम हो गए हैं. ऐसे में फायर डिपार्टमेंट भी दो हिस्सों में बंट गया है. शहर में मौजूद 12 फायर स्टेशन में से 8 ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में जबकि 4 हेरिटेज नगर निगम क्षेत्र में हैं. ग्रेटर निगम सीएफओ जगदीश फुलवारी के अनुसार शहर में आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए फायर टीम पूरी तरह सक्षम है, फिर चाहे बड़ी इमारतें हो या तंग गलियां. हेरिटेज नगर निगम सीएफओ देवेंद्र कुमार मीणा ने कहा कि नए इक्विपमेंट उपलब्ध कराने के लिए डीएलबी को लिखा है.

ग्रेटर नगर निगम फायर स्टेशन

  • वीकेआई
  • झोटवाड़ा
  • बिंदायका
  • 22 गोदाम
  • मालवीय नगर
  • मानसरोवर
  • सीतापुरा
  • जगतपुरा (अपैरल पार्क)

ग्रेटर नगर निगम में फायर वाहन

  • कुल वाहन - 33
  • छोटी बड़ी दमकल - 18
  • मोटरसाइकिल दमकल - 9
  • एएचएलपी - 1 (70 मीटर)
  • मौका मुआयना टीयूवी - 5

हेरिटेज नगर निगम फायर स्टेशन

  • आमेर
  • घाटगेट
  • बनीपार्क
  • चौगान

हेरिटेज नगर निगम में फायर वाहन

  • कुल वाहन - 35
  • छोटी बड़ी दमकल - 21
  • मोटरसाइकिल दमकल - 9
  • मौका मुआयना टीयूवी - 4
  • एएचएलपी - 1 (42 मीटर)

फायर फाइटिंग सिस्टम विद पंप हाउस पर काम अंतिम दौर मेंः शहरी क्षेत्र कंजेस्टेड होने की वजह से जगह-जगह हाइड्रेंट की जरूरत महसूस करते हुए फायर फाइटिंग सिस्टम विद पंप हाउस प्रोजेक्ट पर काम अंतिम दौर में चल रहा है. इसके तहत घाटगेट फायर स्टेशन से वॉल सिटी एरिया में 7 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन डाली जा चुकी है. जिसमें परकोटे के सभी प्रमुख बाजार कवर किए जा रहे हैं. सभी बाजारों में निश्चित दूरी पर हाइड्रेंट की व्यवस्था की जा रही है ताकि उन हाइड्रेंट का इस्तेमाल कर फायर वाहनों में पानी भरा जा सके.

पढ़े:राजसमंद: देवगढ़ में आग लगने से पशुओं का चारा जलकर राख, कड़ी मशक्कत के बाद दमकल ने पाया काबू

अधिकतर कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट परः शहर की आगजनी की घटनाओं पर पार पाने के लिए परमानेंट फायरमैन और ड्राइवर की तुलना में कॉन्ट्रैक्ट पर लगे कर्मचारी ज्यादा हैं. अब प्रदेश स्तर पर 600 फायरमैन और 29 एएफओ की भर्ती की जा रही है. इसे लेकर लिखित परीक्षा भी हो चुकी है, इनमें से करीब 20 से 25 फायर मैन जयपुर के खाते में भी आएंगे.

हेरिटेज नगर निगम:

  • कुल फायरमैन - 162
  • स्थाई - 62
  • अस्थाई - 100
  • कुल ड्राइवर - 68
  • स्थाई - 8
  • अस्थाई - 60
  • कुल ऑफिसर - 4
  • सीएफओ - 1
  • एएफओ - 3

ग्रेटर नगर निगम

  • कुल फायरमैन - 240
  • स्थाई - 90
  • अस्थाई - 150
  • कुल ड्राइवर - 115
  • स्थाई - 15
  • अस्थाई - 100
  • कुल ऑफिसर - 6
  • सीएफओ - 1
  • एएफओ - 5

इसलिए मनाते हैं फायर फाइटर्स डेः बता दें कि 1999 में ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया स्थित लिटन की झाड़ियों में आग लगी थी. आग को बुझाने पहुंची टीम के 5 सदस्यों की विपरीत दिशा में हवा बहने की वजह से आग में झुलसकर मौत हो गई थी. मौसम विभाग की तरफ से हवा के विपरीत दिशा में बहने की कोई भविष्यवाणी नहीं हुई थी, लेकिन अचानक हवा की दिशा बदलने से 5 फायर फाइटर आग की चपेट में आ गए. उन्हीं फायर फाइटर्स के याद और सम्मान में हर साल 4 मई को इंटरनेशनल फायरफाइटर्स डे मनाया जाता है.

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