जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय जयपुर एयरपोर्ट पर शुक्रवार को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की कंपनी ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कार्गो के एयर कार्गो टर्मिनल का उद्घाटन कर गुलाबी नगरी को एक बड़ा तोहफा दिया है. बता दें कि वैश्विक बाजार में जयपुर के व्यापार और वाणिज्य की भर्ती और कारोबारियों के लिए विस्तार करते हुए नई उड़ान की भी दी है.
जयपुर से कार्गो की शुरुआती दौर में जहां 2014 और 15 में 9265 मैट्रिक टन कार्गो का प्रचलन हुआ था तो वर्ष 2019 और 20 में बढ़कर यह 17680 मेट्रिक टन तक पहुंच गया था. जयपुर से कार्गो की शुरुआती दौर में केवल दो एयरलाइंस गोयल और इंडिगो ने संचालन शुरू किया था जो आज बढ़कर 5 एयरलाइंस तक पहुंच गई है. इंडिगो के अलावा एयर एशिया स्पाइसजेट और एयर इंडिया कार्गो का संचालन कर रहा है. शुरुआती दौर में यह सेवा डॉमेस्टिक कार्गो टर्मिनल से जा रही थी लेकिन 2016 के अंतर्गत जयपुर ट्रेन और एयरलाइंस की ओर से अंतरराष्ट्रीय कार्गो सुविधाओं को शुरू करने की मांग की गई थी.
पढ़ें- दिगंबर जैन मंदिर में हुई डकैती का पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार, शेष आरोपियों की तलाश जारी
इस साल भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने आई कार्गो लॉजिस्टिक्स एंड एलाइड सर्विसेज कंपनी लिमिटेड का गठन भी किया. अब कार्गो सेवाओं को बेहतर और सुगम बनाने के लिए टर्मिनल वन पर 13000 वर्ग मीटर में यह कार्गो का निर्माण भी किया जा रहा है. आई क्लास के इस एकीकृत एयर कार्गो टर्मिनल के जरिए ग्राउंड फ्लोर पर 6600 वर्ग मीटर एरिया में वेइंग स्केल कोल्ड स्टोरेज मशीन प्लास्टिक प्लेट आदि सुविधाएं दी जाएंगी.
वहीं, पहली मंजिल पर प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय भी होंगे. कार्गो की सुरक्षा की जिम्मेदारी डीजीआर एवं सीआईएसएफ की होगी. फिलहाल जयपुर से शारजाह, दुबई, मस्कट, बैंकाक, सिंगापुर और ओमान के लिए हवाई सेवा उपलब्ध है. सालाना करीब तीन हजार मैट्रिक टन अंतरराष्ट्रीय कार्गो का संचालन भी हो रहा है. इसमें 70 से 80 फीसदी वैल्युएबल कार्गो साथ ही बाकी की सामान्य श्रेणी में आता है. जयपुर के इस एकीकृत एयर कार्गो टर्मिनल का उद्घाटन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और आई क्लास के अध्यक्ष अनुज अग्रवाल ने किया.