जयपुर. राजधानी जयपुर के SMS स्टेडियम में हर साल होने वाला राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह कार्यक्रम इस बार कोरोना संक्रमण के चलते बड़े ही साधारण तरीके से मनाया गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस कार्यक्रम में पहले झंडारोहण किया, फिर परेड की सलामी ली. लेकिन हर बार जिस तरीके से छोटे बच्चों के रंगारंग कार्यक्रम स्वाधीनता दिवस पर आयोजित होते हैं और हजारों की तादाद में दर्शक उसे देखने आते थे, वह नजारा इस बार कोरोना संक्रमण के चलते देखने को नहीं मिला.
हालांकि, राजस्थान के लोक कलाकारों की ओर से कोरोना को लेकर बनाया गया गीत और कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम जरूर प्रस्तुत किए गए. वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने झंडारोहण के बाद अपने संबोधन में सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए कांग्रेस के 2 प्रधानमंत्री और एक मुख्यमंत्री शहीद हो गए, लेकिन लोकतंत्र की लड़ाई कांग्रेस ने कभी कमजोर नहीं होने दी.
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उन्होंने कहा 'लोकतंत्र बचेगा, तो ही देश बचेगा. कांग्रेस पार्टी की ही कुछ नीतियां थी, जिनके चलते आज भी हम लोकतंत्र के बारे में सिर ऊंचा करके बोल सकते हैं, लेकिन आज हालात ऐसे नहीं हैं. आज लोकतंत्र खतरे में है. संवैधानिक एजेंसियां चाहे सीबीआई हो ईडी हो या इनकम टैक्स सब का दुरुपयोग किया जा रहा है. लेकिन इसके बावजूद भी लोकतंत्र बचाने के लिए चाहे कितनी भी बड़ी कीमत चुकानी पड़े, कांग्रेस पार्टी तैयार है.
बीजेपी की षड़यंत्र विफल
सीएम ने राजस्थान में हाल ही में हुए सियासी संकट का उदाहरण देते हुए कहा कि राजस्थान में भी सरकार गिराने का षडयंत्र किया गया, लेकिन उनको मुंह की खानी पड़ी. अगर देश में इसी तरीके से सरकारों को धन बल के आधार पर गिराया जाएगा, तो फिर लोकतंत्र कैसे बचेगा. सीएम ने कहा कि चाहे देश का बड़ा उद्योगपति हो या आम आदमी, हर कोई सरकार के दबाव में है. हालात यह है कि हर कोई आपस में फोन पर बात करते हुए भी घबराता है. आज देश की स्थिति सबको मालूम है.
राजस्थान ने दिखाई सजगता
अशोक गहलोत ने कहा कि देश में लगातार महंगाई बढ़ती जा रही है. पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं. आर्थिक सलाहकार कहते हैं कि पता नहीं देश के हालात कब सुधरेंगे. वहीं उन्होंने कोरोना से राजस्थान की लड़ाई को लेकर कहा कि हमें फक्र है कि राजस्थान कोरोना से लड़ाई में पूरे देश में एक मॉडल बना है और पूरा देश जानता है कि राजस्थान कोरोना मैनेजमेंट में सिरमौर रहा है.
केंद्र सरकार से की ये अपील
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि चाहे राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार दोनों की नैतिक जिम्मेदारी होती है कि वह वित्तीय प्रबंधन करें, गुड गवर्नेंस दें. जिससे देश और प्रदेश के अंदर विकास ठप ना हो. महंगाई की मार ना पड़े और कोई भूखा न सोए और सभी को रोजगार मिले. उन्होंने केंद्र सरकार से कहा 'इस संकट के समय में केंद्र सरकार को चाहिए कि वह राज्य सरकारों को रिलीफ दे. बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई ,सड़क से जुड़ी जो योजनाएं हैं, उन्हें पूरी करने में राज्यों की मदद करें, ताकि विकास कमजोर ना हो.
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सीएम ने कहा 'मैंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि ईस्टर्न कैनाल को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करें.' उन्होंने बताया कि सरकार बनने के बाद किसानों के कर्ज माफ किए गए. 5 साल तक किसानों के बिजली के बिल नहीं बढ़ाए जाएंगे, तो उसके साथ ही उन्होंने महात्मा गांधी के नाम से अंग्रेजी सरकारी विद्यालय खोले जाएंगे.