जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट सत्र में पूर्व विधायकों और विधायकों को मिल रही पेंशन और वेतन भत्तों में इजाफा किया था. लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी अब तक इन नियमों में संशोधन नहीं हुआ है. जिसके चलते पूर्व विधायकों के परिवारों को मिलने वाली सुविधाओं में अब तक कोई इजाफा नहीं हो पाया है.
दरअसल, मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायकों की पेंशन बढ़ाकर ₹35000 की थी. लेकिन पूर्व विधायकों की विधवाओं को अभी पुरानी पेंशन का आधा यानी ₹25000 का आधा ₹12500 रुपए ही मिल रहा है. जबकि ₹35000 के हिसाब से पूर्व विधायकों की विधवाओं को ₹17500 मिलने चाहिए थे तो वहीं दवाओं के लिए मिलने वाली राशि भी पूर्व विधायकों के लिए एक लाख से बढ़ाकर 200000 की गई थी. लेकिन उसमें भी अभी नियमों में संशोधन नहीं होने के चलते फायदा विधायकों को नहीं मिल पा रहा है.
यह भी पढ़ें : हमें 'हम' से आगे बढ़ना होगा, ना कि 'मैं' की ओर जहां आज देश जा रहा है : मंत्री हरीश चौधरी
इसी तरह से कैंसर और किडनी ट्रांसप्लांट जैसी गंभीर बीमारियों के लिए भी ₹50000 से बढ़ाकर ₹100000 की गई थी. लेकिन वह भी अब तक लागू नहीं हो सकी है. ऐसे में पूर्व विधायक संघ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की और उनसे शीघ्र ही यह नए प्रावधान लागू करने की गुजारिश की है. इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पूर्व विधायकों को आश्वस्त किया है कि यह जल्द ही लागू हो जाएंगे.