जयपुर. राज्य सरकार ने 2 अक्टूबर को कोरोना के प्रति जागरूकता के लिए नो मास्क नो एंट्री अभियान की शुरुआत की थी. जिससे सरकारी संस्थान भी जुड़ते हुए नजर आए. इस क्रम में सोमवार को यूडीएच सचिव भास्कर ए सावंत ने जेडीए द्वारा बनाई गई मास्क की दीवार का लोकार्पण किया.
इस मौके पर जेडीए के अधिकारियों और यूडीएच सचिव ने मास्क भी वितरित किए. इस दौरान यूडीएच सचिव ने कहा कि जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बन जाती, तब तक मास्क ही उपचार है. ऐसे में नगरीय विकास विभाग निःशुल्क मास्क वितरण करने में जुटा हुआ है. कोशिश यही है कि हर व्यक्ति तक मास्क पहुंचे, और उसका इस्तेमाल भी हो. वहीं उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो विभाग के कर्मचारियों को भी मास्क लगाने के अभियान के तहत जुर्माने की कार्रवाई करने से जोड़ा जाएगा.
वहीं जेडीसी गौरव गोयल ने कहा कि इंसान और कोरोना के बीच मास्क ही दीवार है. इसी संदेश को देते हुए मास्क की दीवार बनाई गई है. लोकार्पण के बाद आज यहां 2000 मास्क के वितरित किए गए हैं और नियमित यहां से निःशुल्क मास्क वितरित किए जाएंगे. मास्क लेने वाले व्यक्ति का नाम और पता नोट कर सूती कपड़े के दो-दो मास्क दिए जाएंगे. वहीं इसी मास्क की दीवार पर मास्क डोनेट भी किए जा सकेंगे.
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बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नो मास्क नो एंट्री कैंपेन के तहत नगरीय विकास विभाग को नोडल विभाग बनाया था. जिसके तहत जेडीए द्वारा अब तक तीन लाख मास्क वितरित किए जा चुके हैं और अब इस मास्क की दीवार से जरूरतमंद व्यक्ति सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक निःशुल्क मास्क ले सकेंगे. मास्क की दीवार से मास्क वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ती हुई नजर आई. हालांकि बाद में इस व्यवस्था को सुचारू किया गया.