जयपुर. राजस्थान में 3 सीटों सहाड़ा, सुजानगढ़ और राजसमंद में उप चुनाव होने जा रहे हैं. इन उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं ने भी अब प्रचार की कमान अपने हाथ में ले ली है. प्रदेश प्रभारी अजय माकन भी उदयपुर में चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए हैं. ऐसे में कांग्रेस ने जातिगत समीकरणों का भी ध्यान रखा है.
चाहे आम चुनाव हो या फिर उपचुनाव भले ही पार्टी कांग्रेस हो या भाजपा सभी जातिगत राजनीतिक से इंकार करते हों. लेकिन हकीकत यही है कि बगैर जातीय सियासत के चुनाव में हार जीत की रणनीति नहीं बन सकती. यही कारण है कि कांग्रेस ने इन तीनों सीटों पर जातिगत वोट बैंक को साधने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. ऐसे नेताओं को इन 3 सीटों पर चुनाव के प्रचार की जिम्मेदारी दी है, जिनका जातिगत आधार उस सीट पर हैं.
सहानुभूति बटोरने का दांव
हालांकि 3 में से 2 सीटों सुजानगढ़ और सहाड़ा में कांग्रेस पार्टी ने दिवंगत विधायकों के परिवार को टिकट देकर सहानुभूति बटोरने का दांव खेला है. लेकिन इसके बावजूद भी कांग्रेस को चुनाव में जातिगत मतदाताओं को साधने के लिए सजातीय नेताओं का सहारा लेना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी अजय माकन और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के हाथ में तो प्रचार की कमान है ही. इसके साथ ही जातिगत आधार पर भी नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है.
सहाड़ा सीट सामान्य कैटेगिरी की
सहाड़ा विधानसभा सहारा विधानसभा सीट सामान्य कैटेगरी की सीट है. लेकिन इस सीट पर ओबीसी जातियों खासकर जाट और गुर्जर समाज का बड़ा वोट बैंक है जो प्रत्याशियों को हराने और जिताने में निर्णायक भूमिका निभाते दिखाई देते हैं. ओबीसी मतदाताओं को अपने पाले में लेने के लिए चाहे सत्ताधारी दल कांग्रेस हो या फिर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा अपना भरसक प्रयास कर रहे हैं. इस सीट पर कांग्रेस पार्टी ने इस क्षेत्र में आने वाली जातियों के आधार पर नेताओं को जिम्मेदारी दी है.
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जाट नेता जुटे प्रचार में
जाट नेता सहाड़ा विधानसभा में सबसे ज्यादा मतदाता जाट वर्ग के हैं और भाजपा ने क्यों की इसी जाति का कैंडिडेट चुनाव में उतारा है. ऐसे में कांग्रेस को इस पर खास ध्यान देना है. यही कारण है कि इन चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस ने सजातीय वोटरों को साधने के लिए कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, विधायक रामलाल जाट, विधायक मुकेश भाकर, प्रदेश कांग्रेस के सचिव रामसिंह कस्वां को लगाया है.
गुर्जर नेताओं को मिली कमान
गुर्जर नेता सहारा में गुर्जर मतदाताओं की संख्या को देखते हुए भीलवाड़ा जिले के मंत्री अशोक चांदना, विधायक जितेंद्र सिंह, विधायक शकुंतला रावत, विधायक राजेंद्र बिधूड़ी, पूर्व विधायक धीरज गुर्जर और कांग्रेस नेता संजय गुर्जर को प्रचार में उतारा गया है.
राजपूत नेता करेंगे प्रचार
राजपूत नेता सहाड़ा सीट पर राजपूत वर्ग को साधने की जिम्मेदारी कांग्रेस नेता धर्मेंद्र सिंह राठौड़, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और सेवा दल के अध्यक्ष हेम सिंह शेखावत को दी गई है.
ब्राह्मण नेताओं को भी जिम्मेदारी
ब्राह्मण नेता सहाड़ा सीट पर चुनाव की कमान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने अपने हाथ में ले रखी है. रघु शर्मा के साथ ही पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा और रामपाल शर्मा को भी सजातीय वर्ग के बीच में चुनाव प्रचार के लिए उतारा गया है.
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राजसमंद में ओबीसी को प्रभावित करने का दांव
राजसमंद विधानसभा सीट राजसमंद सीट भी सामान्य वर्ग की है लेकिन इस सीट पर भी ओबीसी वर्ग के मतदाताओं का खासा प्रभाव है. वैश्य और ब्राह्मण के साथ ही राजपूत मतदाताओं की भी संख्या बड़ी तादाद में है. ओबीसी नेता राजसमंद सीट पर प्रचार करने के लिए और ओबीसी मतदाताओं को साधने के लिए कैबिनेट मंत्री उदयलाल आंजना, सुंदर कुमावत, रतन देवासी, देवकीनंदन गुर्जर विधायक जगदीश जांगिड़ के साथ ही विधायक सुदर्शन सिंह रावत को जिम्मेदारी दी गई है
जाट मतदाताओं को लुभाएंगे ये नेता
जाट मतदाताओं को साधने के लिए कृषि मंत्री लालचंद कटारिया और विधायक रामलाल जाट को लगाया गया है. वैश्य वर्ग के नेता राजसमंद सीट पर वैश्य वर्ग को साधने के लिए यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और खान मंत्री प्रमोद जैन भाया को टास्क दिया गया है.
राजपूत वोटबैंक पर नजर
राजपूत राजपूत मतदाताओं को साधने के लिए मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, सेवा दल के अध्यक्ष हेम सिंह शेखावत, धर्मेंद्र राठौर, महेश प्रताप सिंह को लगाया गया है. ब्राह्मण मतदाताओं को साधने के लिए मंत्री रघु शर्मा, कांग्रेस सचिव पुष्पेंद्र भारद्वाज और राजस्थान कांग्रेस के उपाध्यक्ष हरिमोहन शर्मा को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
सुजानगढ़ में एससी वोटबैंक पर निगाह
सुजानगढ़ चूरू जिले की सुजानगढ़ विधानसभा सीट एससी के लिए आरक्षित है. लेकिन इस सीट पर एससी वर्ग के साथ ही राजपूत मुस्लिम जाट और अन्य ओबीसी जातियों का भी प्रभाव है. ऐसे में इस सीट पर स्वयं कमान भी प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने हाथ में ले रखी है. जाट नेता प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ ही इस सीट पर कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी, विधायक नरेंद्र बुडानिया, विधायक कृष्णा पूनिया, प्रताप पुनिया ,पूसाराम गोदारा को प्रचार में उतारा गया है.
राजपूत नेता प्रचार में झोकेंगे ताकत
राजपूत नेता इस सीट पर राजपूत मतदाता भी बड़ी संख्या में है ऐसे में शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ,विधायक राजेंद्र गुढ़ा और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है. अल्पसंख्यक नेता सुजानगढ़ सीट पर अल्पसंख्यक मतदाताओं की भी संख्या बड़ी तादाद में हैं. ऐसे में इस वर्ग को साधने के लिए कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद, पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ, चूरू के पूर्व विधायक मकबूल मंडेलिया और वक्फ बोर्ड चेयरमैन खान खान दूधवाली को प्रचार की कमान दी गई है.
ब्राह्मण नेता करेंगे प्रचार
ब्राह्मण नेता सुजानगढ़ सीट पर ब्राह्मण वर्ग के मतदाताओं का भी खासा प्रभाव है. ऐसे में पार्टी ने कैबिनेट मंत्री डॉ बी डी कल्ला, विधायक भंवरलाल शर्मा ,विधायक राजेंद्र पारीक और विधायक राजकुमार शर्मा को प्रचार की कमान सौंपी है. आरक्षित वर्ग सुजानगढ़ की सीट एससी वर्ग के लिए आरक्षित है.
ऐसे में यहां ऐसी के नेताओं को प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है. इन नेताओं में मंत्री ममता भूपेश, विधायक गोविंद राम मेघवाल, विधायक जेपी चंदेलिया और विधायक गंगा देवी शामिल हैं.
जातिगत आधार पर प्रचार करने के लिए इन नेताओं को तो कांग्रेस पार्टी ने कमान सौंपी दी है. लेकिन इन नेताओं के साथ ही अभी कांग्रेस पार्टी हर विधानसभा सीट के लिए करीब 100 नेताओं को और जिम्मेदारी देने जा रही है. जिसके चलते हर जाति के करीब दो दर्जन नेता उस विधानसभा सीट पर प्रचार करते हुए दिखाई देंगे.