जयपुर. राजस्थान विधानसभा में सोमवार को एक बार फिर उस उस समय हंगामा हो गया. जब उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने (Rajendra Rathod made allegations in the assembly ) उद्योग और देवस्थान विभाग की अनुदान मांगों में हिस्सा ले रहे विधायकों की महत्त्वपूर्ण बातें नोट नहीं करने का आरोप लगाया.
दरअसल जब भाजपा विधायक अविनेश महर्षि अपनी बात रखकर बैठे तो उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने आरोप लगाया कि विधायक कितने महत्त्वपूर्ण सुझाव रखते हैं. लेकिन उनको कोई नोट नही कर रहा. उन्होंने कहा कि मंत्री सदन में मौजूद नहीं हैं और अधिकारी भी नोट नहीं कर रहा है. राठौड़ ने कहा उद्योग मंत्री तो हैं नहीं और सत्ता पक्ष के 9 लोग बैठे हैं. ये कम से कम लिखने का नाटक तो कर लें. कांग्रेस में रहकर नाटक भी नहीं सीखे आप.
उन्होंने कहा कि दो मंत्री और 6 सत्ताधारी दल के विधायक बैठे हैं. जैसे ही राठौड़ ने इस बात को सदन में उठाया उसके साथ ही उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी कागज लेकर खड़े हुए और कहने लगे कि 'उद्योग मंत्री मुझे नोट करने के लिए कहकर गईं हैं. मैने विधायक के सुझाव नोट भी किए हैं'. चौधरी की ये बात सुनकर राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि उपमुख्य सचेतक का कागज सदन की पटल पर टेबल करवा लिया जाए. अगर उसमे कुछ भी लिखा होगा तो 'मैं सदन छोड़कर चला जाऊंगा'. राठौड़ ने कहा कि क्या विधायक सब्जी मंडी में बोल रहे हैं? कि न कोई मंत्री और न कोई अधिकारी उनकी बात नोट कर रहा है. सदन में जैसे ही हंगामा हुआ मंत्री शकुंतला रावत (Minister Shakuntala Rawat) भी लौट आईं.