जयपुर. आरएसएलडीसी घूस प्रकरण में एसीबी ने एक और बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए बीवीजी कंपनी के एजीएम व स्किल हेड देवेश चौहान को महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार किया है. देवेश चौहान को आरएसएलडीसी (RSLDC) जयपुर में पदस्थापित उच्च अधिकारियों को दलाल अमित शर्मा के माध्यम से 12 लाख रुपए की रिश्वत राशि देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. एसीबी की टीम गिरफ्तार किए गए देवेश चौहान से लगातार पूछताछ कर रही है. बीवीजी कंपनी के अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका को लेकर भी पड़ताल की जा रही है.
11 सितंबर को एसीबी की जयपुर इकाई ने आरएसएलडीसी जयपुर कार्यालय से स्कीम कोऑर्डिनेटर अशोक सांगवान और आरएसएलडीसी प्रबंधक राहुल कुमार गर्ग को परिवादी से 5 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. परिवादी से यह राशि उसकी फर्म का नाम ब्लैक लिस्ट में से हटाने और बकाया का भुगतान करने के एवज में मांगी गई थी. जब इस पूरे प्रकरण में एसीबी ने जांच की तो बीवीजी कंपनी के एक कर्मचारी की संलिप्तता भी पाई गई.
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इसमें आरएसएलडीसी के उच्च अधिकारियों को रिश्वत देकर कंपनी की एक फर्म को ब्लैक लिस्ट में से हटाने की बात परिवादी से कही. जिस पर एसीबी टीम ने लगातार काम कर उसको डेवलप किया और यह बात सामने आई की बीवीजी कंपनी के एजीएम व स्किल हेड देवेश चौहान ने दलाल अमित शर्मा के माध्यम से कंपनी की एक फॉर्म को ब्लैक लिस्ट से हटाने की एवज में आरएसएलडीसी जयपुर के उच्च अधिकारियों को 12 लाख रुपए की रिश्वत राशि दी है. जिस पर कार्रवाई करते हुए आज महाराष्ट्र के पुणे से देवेश चौहान को गिरफ्तार किया गया है. वहीं आरएसएलडीसी घूस प्रकरण में एसीबी की जांच लगातार जारी है और आईएएस नीरज के पवन व प्रदीप गावंडे से भी पूर्व में पूछताछ हो चुकी है.