जयपुर. गुलाबी नगरी के ज्वैलरी कारोबार से जुड़े कारोबारी राजीव अरोड़ा ने बताया कि भारत और खासकर जयपुर से सबसे ज्यादा ज्वेलरी हांगकांग निर्यात की जाती है. इसे गेटवे ऑफ चाइना भी कहा जाता है, क्योंकि वाया हांगकांग होते हुए जयपुर की ज्वेलरी चाइना पहुंचती है.
पहले आंतरिक मामलों के चलते हांगकांग में हालात बिगड़े थे, जिसके चलते जयपुर से ज्वेलरी निर्यात नहीं हो सकी थी. लेकिन अब कोरोना वायरस ने भी कारोबार पर प्रभाव डाला है. ऐसे में सितंबर में आयोजित होने वाले हांगकांग ज्वेलरी शो को हांगकांग में हुए आंतरिक कलह के चलते स्थगित करना पड़ा था.
यह भी पढ़ेंः धौलपुर में चोरों ने ज्वेलरी शो रूम को बनाया निशाना, करीब 55 लाख रुपए लेकर हुए फरार
ऐसे में कारोबारियों को उम्मीद थी कि मार्च में होने वाले इस ज्वेलरी शो में जयपुर का माल बिक सकेगा. लेकिन कोरोना वायरस के कारण अब हांगकांग ज्वेलरी शो की तारीख एक बार फिर आगे खिसका दी गई है. ऐसे में हांगकांग ज्वेलरी शो के आगे खिसकने के कारण जयपुर के जौहरियों के करीब 300 करोड़ रुपए अटक गए हैं. क्योंकि इस शो के लिए कारोबारियों ने 300 करोड़ रुपए की ज्वेलरी और रत्न में तैयार करवा लिए थे. हालांकि जौहरियों ने माल अभी तक हांगकांग नहीं भेजा है.