जयपुर. राजधानी में सिंधी कैंप बस स्टैंड का पुन: निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. भले ही यह कार्य 100 फीसदी पूरा न हुआ हो, लेकिन भवन में 90 प्रतिशत हिस्से का निर्माण पूरा कर लिया गया है. यह निर्माण बस संचालन के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन प्रशासनिक और राजनीतिक अड़चनों के चलते निर्माण पूरा होने के 10 माह बीतने पर भी शुरू नहीं हो पा रहा है.
दरअसल, सिंधी कैंप का पुन: निर्माण कार्य मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले कार्यकाल में शुरू हुआ था. इसी के साथ 7 साल पहले सितंबर 2013 में गहलोत ने इसका शिलान्यास किया था. तब योजना यह थी कि 50 करोड़ की लागत से तीन मंजिला बस स्टैंड बनाया जाएगा. इसके बाद बीजेपी सरकार में कई बदलावों के साथ बस स्टैंड निर्माण की योजना बनाई गई.
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पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसे तीन मंजिला से बढ़ाकर 13 मंजिला कर बजट 50 करोड़ से बढ़ाकर 110 करोड़ करने की योजना बनाई थी. लेकिन पूर्ववर्ती सरकार में किया गया काम आगे नहीं बढ़ सका. भाजपा सरकार में 5 साल तक बस स्टैंड तो नया बनाया गया, लेकिन भवन खंडर स्थिति में रहा. इसके बाद पूर्व सीएम राजे ने अपने कार्यकाल के चौथे साल में सिंधी कैंप का कार्य पूरा करने के लिए 20 करोड़ का अनुदान जारी किया था. इसी राशि से इसका निर्माण शुरू किया गया. जो इस साल फरवरी माह में पूरा कर लिया गया है.
नए भवन में ये हैं सुविधाएं...
- नए भवन में बेसमेंट में दोपहिया और कार पार्किंग बनाई गई है
- कार पार्किंग भवन में अंडर ग्राउंड में भी होगी
- 70 कार पार्क की छमता
- ग्राउंड फ्लोर से संचालित होंगी बसें
- 178 बसों की पार्किंग वे बनायी गई
- सुपर लग्जरी और डीलक्स बसें ही संचालित होंगी नए भवन से
- दिल्ली, लखनऊ, उदयपुर, अहमदाबाद, शिमला, माउंटआबू और जोधपुर जैसे बड़े शहरों को जोड़ेंगी बसें
- रोडवेज में डीलक्स डिपो में फिलहाल 80 बसें हो रही हैं संचालित
- भवन के फर्स्ट फ्लोर पर 18 दुकानें बनाई गई हैं
- यहां यात्री कर सकेंगे शॉपिंग
- सेकंड फ्लोर पर होटल और रेस्टोरेंट विकसित होंगे
- यात्री ठहर सकेंगे और ले सकेंगे खानपान का लुफ्त
- भवन के पिछले हिस्से में पारीक कॉलेज की तरफ से भी निकास द्वार है संभव
- बेसमेंट पार्किंग में 700 दोपहिया तक वाहन पार्क की है छमता
अब सिंधी कैंप बस स्टैंड के नए भवन का लोकार्पण कार्य अटका हुआ है. हालांकि रोडवेज के अधिकारी कह रहे हैं कि इसे अगले महीने से शुरू किया जा सकता है, लेकिन यह निर्माण पूरा होने के 10 माह बाद भी शुरू नहीं हो सका है. दरअसल, सीएम अशोक गहलोत ने पिछले कार्यकाल में जब इसका शिलान्यास किया था. तब पूरे बस स्टैंड का कायाकल्प किया जाना था, लेकिन अब केवल एक हिस्से का ही निर्माण हो सका है. इस वजह से रोडवेज के अधिकारी इतनी हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं कि वह सीएम गहलोत से बस स्टैंड के केवल एक हिस्से का लोकार्पण करवा सकें.
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वहीं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी लोकार्पण को लेकर खास इंटरेस्टेड नहीं हैं. जबकि भवन शुरू हो तो प्लेटफार्म संख्या दो को प्लेटफार्म 3 पर शिफ्ट करना संभव होगा, जिससे यात्रियों को भारी राहत मिलेगी. इसी के साथ उद्घाटन नहीं होने से बड़ा नुकसान भवन और आम जनता को हो रहा है. भवन निर्माण के बाद भी जनता के उपयोग नहीं आ पा रहा है. नए भवन में अंदर बाहर कई लोग बैठे रहते हैं. नए भवन में कुत्तों का जमावड़ा भी लगा रहता है. ऐसे में अब देखना होगा कि आम जनता को बस स्टैंड की सौगात कब मिल पाती है.