जयपुर. इजराइली जासूसी नेटवर्क के जरिए 10 देशों में मीडिया संस्थानों के पत्रकारों, नेताओं, कारोबारियों और जजों की जासूसी के मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं. इस फेहरिस्त में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भी शामिल हो गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार साल 2014-15 में जब वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री थीं, तब उनके पर्सनल सेक्रेटरी के फोन भी टेप किए गए थे. इस खुलासे के बाद कांग्रेस ने भाजपा और आरएसएस पर सीधा हमला किया है.
राजस्थान कांग्रेस के सचिव जसवंत गुर्जर ने कहा कि जासूसी कराने की परंपरा RSS ने अंग्रेजों के समय सीखी थी. आज भी भाजपा और आरएसएस न केवल विरोधी दलों और पत्रकारों की जासूसी करा रहे हैं, बल्कि अपनी ही पार्टी के नेताओं की भी जासूसी करा रहे हैं.
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आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पेगासस सॉफ्टवेयर इजरायल की कंपनी एनएसओ ही बेचती है. जिसे जासूसी के लिए इस्तेमाल किया जाता है. कहा जा रहा है अलग-अलग देशों के उद्योगपति, धार्मिक नेता, शिक्षाविद, एनजीओकर्मी, मजदूर यूनियनों और सरकारों के कर्मचारियों के नाम जासूसी की लिस्ट में शामिल हैं. इनमें भारत के 40 पत्रकार, तीन विपक्षी नेता, दो मंत्री और एक जज भी शामिल है.