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वीकेंड लॉकडाउन का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर असर, करोड़ों का हुआ नुकसान

राज्य सरकार के वीकेंड लॉकडाउन का एक बड़ा असर ट्रांसपोर्ट पर देखने को मिला है. जयपुर ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने बताया कि 2 दिन के वीकेंड लॉकडाउन के चलते 25 प्रतिशत तक ट्रांसपोर्ट प्रभावित हुआ है. साथ ही इन 2 दिनों में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में कुल 170 से 180 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.

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वीकेंड लॉकडाउन का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर असर
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Published : Apr 18, 2021, 4:26 PM IST

जयपुर. प्रदेश ही नहीं देश भर में कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है. साथ ही कोरोना वायरस अपने सारे रिकॉर्ड भी तोड़ रहा है और रोजाना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी भी हो रही है. राज्य सरकार के द्वारा प्रदेश में बढ़ रहे संक्रमित मरीजों को देखते हुए वीकेंड लॉकडाउन भी लगाया गया था. हालांकि राजधानी जयपुर सहित प्रदेश वासियों के द्वारा इस लॉकडाउन की पूर्ण रूप से पालना भी की गई है, लेकिन वीकेंड लॉकडाउन का असर ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर खास तौर पर देखने को मिला है. बता दें कि दो दिन के लॉकडाउन के कारण राज्य सरकार के राजस्व में भी गिरावट दर्ज की जा रही है.

वीकेंड लॉकडाउन का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर असर

वीकेंड लॉकडाउन के चलते ट्रांसपोर्ट व्यवसाय का करीब 25 प्रतिशत तक व्यवसाय भी कम हो गया है. राजस्थान की बात की जाए तो राजस्थान के अंतर्गत ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से होने वाली आय में भी गिरावट दर्ज की गई है. जयपुर ट्रक ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने बताया कि वीकेंड लॉकडाउन के चलते राजस्थान के अंतर्गत ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में 2 दिन के अंतर्गत ही 25 प्रतिशत तक की कमी भी दर्ज की गई है. साथ ही अनिल आनंद ने बताया कि इस 2 दिन के वीकेंड लॉकडाउन के साथ ही राजस्थान में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में करीब 170 से 180 करोड़ रुपए का नुकसान भी हुआ है.

अनिल ने बताया कि दैनिक उपयोग की वस्तुओं का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के द्वारा उनका ट्रांसफर किया जाता है. ऐसे में यदि मार्केट बंद रहेंगे तो ट्रांसपोर्ट व्यवसाय दोबारा से पतन की ओर आ जाएगा. अनिल आनंद ने बताया कि 2020 की तुलना में 2021 का लॉकडाउन ट्रांसपोर्ट को पूर्ण रूप से खत्म कर देगा और ट्रांसपोर्ट प्रभावित भी होगा. इस समय परिस्थितियां भयंकर कर बनी हुई है.

यह भी पढ़ें- कांग्रेस विधायक अमीन कागजी भी आए कोरोना की चपेट में, मुख्यमंत्री ने जल्द स्वास्थ्य की कामना की

हालांकि राज्य सरकार के द्वारा टीकाकरण अभियान को तेजी से किया भी जा रहा है, लेकिन यदि राज्य सरकार के द्वारा आज किसी भी तरह का बड़ा फैसला लेकर लॉकडाउन को लगाया जाता है, तो ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर उसका एक बड़ा असर देखने को मिलेगा. करीब 40 से 50 प्रतिशत तक ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में कमी भी आ जाएगी. इसका सबसे बड़ा कारण भी लॉकडाउन रहेगा. अनिल आनंद का कहना है कि राज्य सरकार के द्वारा ट्रांसपोर्टर के हितों को देखते हुए उन्हें छूट दी जाए और ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को पतन की ओर जाने से बचाया जाए.

जयपुर. प्रदेश ही नहीं देश भर में कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है. साथ ही कोरोना वायरस अपने सारे रिकॉर्ड भी तोड़ रहा है और रोजाना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी भी हो रही है. राज्य सरकार के द्वारा प्रदेश में बढ़ रहे संक्रमित मरीजों को देखते हुए वीकेंड लॉकडाउन भी लगाया गया था. हालांकि राजधानी जयपुर सहित प्रदेश वासियों के द्वारा इस लॉकडाउन की पूर्ण रूप से पालना भी की गई है, लेकिन वीकेंड लॉकडाउन का असर ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर खास तौर पर देखने को मिला है. बता दें कि दो दिन के लॉकडाउन के कारण राज्य सरकार के राजस्व में भी गिरावट दर्ज की जा रही है.

वीकेंड लॉकडाउन का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर असर

वीकेंड लॉकडाउन के चलते ट्रांसपोर्ट व्यवसाय का करीब 25 प्रतिशत तक व्यवसाय भी कम हो गया है. राजस्थान की बात की जाए तो राजस्थान के अंतर्गत ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से होने वाली आय में भी गिरावट दर्ज की गई है. जयपुर ट्रक ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल आनंद ने बताया कि वीकेंड लॉकडाउन के चलते राजस्थान के अंतर्गत ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में 2 दिन के अंतर्गत ही 25 प्रतिशत तक की कमी भी दर्ज की गई है. साथ ही अनिल आनंद ने बताया कि इस 2 दिन के वीकेंड लॉकडाउन के साथ ही राजस्थान में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में करीब 170 से 180 करोड़ रुपए का नुकसान भी हुआ है.

अनिल ने बताया कि दैनिक उपयोग की वस्तुओं का ट्रांसपोर्ट व्यवसाय के द्वारा उनका ट्रांसफर किया जाता है. ऐसे में यदि मार्केट बंद रहेंगे तो ट्रांसपोर्ट व्यवसाय दोबारा से पतन की ओर आ जाएगा. अनिल आनंद ने बताया कि 2020 की तुलना में 2021 का लॉकडाउन ट्रांसपोर्ट को पूर्ण रूप से खत्म कर देगा और ट्रांसपोर्ट प्रभावित भी होगा. इस समय परिस्थितियां भयंकर कर बनी हुई है.

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हालांकि राज्य सरकार के द्वारा टीकाकरण अभियान को तेजी से किया भी जा रहा है, लेकिन यदि राज्य सरकार के द्वारा आज किसी भी तरह का बड़ा फैसला लेकर लॉकडाउन को लगाया जाता है, तो ट्रांसपोर्ट व्यवसाय पर उसका एक बड़ा असर देखने को मिलेगा. करीब 40 से 50 प्रतिशत तक ट्रांसपोर्ट व्यवसाय में कमी भी आ जाएगी. इसका सबसे बड़ा कारण भी लॉकडाउन रहेगा. अनिल आनंद का कहना है कि राज्य सरकार के द्वारा ट्रांसपोर्टर के हितों को देखते हुए उन्हें छूट दी जाए और ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को पतन की ओर जाने से बचाया जाए.

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