जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस प्रभारी अजय माकन, विधायकों के साथ फेस-टू-फेस संवाद कर रहे हैं. इस संवाद के जरिए अजय माकन विधायकों से 5 से 7 सवाल पूछे रहे हैं और सभी सवालों के जवाब विधायक के नाम के साथ दर्ज कर रहे हैं. पूछे जा रहे सवालों में विधायकों से जिलाध्यक्ष के नाम, ब्लॉक अध्यक्षों के नाम, प्रभारी मंत्रियों के कामकाज की रिपोर्ट, क्षेत्र में विकास की योजनाओं की स्थिति, प्रभारी मंत्री के कामकाज की रिपोर्ट, विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक नियुक्तियों के लिए महत्वपूर्ण व्यक्ति के नाम, सरकार कैसे रिपीट हो इसे लेकर विधायकों से सुझाव मांगे जा रहे हैं.
सिर्फ जीते हुए ही नहीं, हारे हुए भी कांग्रेस प्रत्याशियों से ली जाए रायः सोलंकी
पायलट कैम्प के विधायक वेद सोलंकी ने भी अपनी बात रखते हुए कहा कि जीते हुए विधायकों से तो राय ली जा रही है, लेकिन राय उन नेताओं की भी महत्वपूर्ण है, जो विधानसभा क्षेत्र में चुनाव हार गए, क्योंकि वह भी कांग्रेस के महत्वपूर्ण अंग हैं.
2023 में सरकार कैसे बने इसका दिया फीडबैकः खाचरियावास
फीडबैक देकर बाहर लौटे मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि आज का संवाद अच्छे माहौल में किया जा रहा है. सरकार की योजनाओं पर फीडबैक लिया जा रहा है और कांग्रेस को राजस्थान में कैसे मजबूत किया जा सकता है इस पर भी फीडबैक लिया जा रहा है. इसके साथ ही प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कैसे पार्टी राजस्थान में दोबारा सरकार बनाए इस पर भी अजय माकन की ओर से फीडबैक लिया जा रहा है.
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वहीं, मंत्रिमंडल विस्तार के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह अधिकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और आलाकमान के पास है, जब उन्हें लगेगा उस वक्त मंत्रिमंडल विस्तार हो जाएगा.
कई विधायकों ने भी की मंत्रियों की शिकायत
फीडबैक कार्यक्रम में कई विधायकों ने मंत्रियों की शिकायत भी की है. जैसे ही अजय माकन की ओर से पूछा गया कि राजस्थान में प्रभारी मंत्रियों का परफॉर्मेंस कैसा है उसके बाद कई विधायकों ने प्रभारी मंत्री के अलावा अन्य मंत्रियों को लेकर अपनी बात भी रख दी. जानकारों की मानें तो वेद सोलंकी, विधायक गंगा देवी ने मंत्रियों की शिकायत की है. जिन मंत्रियों की शिकायत हुई है उनमें बीडी कल्ला, रघु शर्मा, प्रताप सिंह खाचरियावास, शांति धारीवाल और गोविंद सिंह डोटासरा शामिल है.
बताया जा रहा है कि सरकार के रिपीट होने के लिए विधायकों से जो सुझाव मांगे गए हैं, उन सुझावों में कहीं ना कहीं सचिन पायलट के उन सवालों का असर दिखाई दे रहा है, जो उन्होंने 5 दिन पहले उठाते हुए कहा था कि राजस्थान में हम सरकार तो बना लेते हैं, लेकिन उसे सस्टेन नहीं कर पाते हैं, कभी 50 पर तो कभी 21 पर आ जाते हैं.
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वहीं, जयपुर संभाग के कई विधायकों ने अपने फीडबैक में मंत्री शांति धारीवाल की शिकायत की है. उनका कहना था कि प्रभारी मंत्री होने के बावजूद भी वो एक भी मीटिंग नहीं लेते हैं. सूत्रों के मुताबिक विधायकों का कहना था कि धारीवाल, मंत्रियों में तो हीरो हैं, लेकिन प्रभारी मंत्री के नाम पर ज़ीरो हैं.
उधर, विधायकों ने जलदाय मंत्री बीडी कल्ला के खिलाफ विभाग के प्रोजेक्ट्स में गड़बड़ियों और विधायकों के काम नहीं करने की भी शिकायत की है. पायलट समर्थक वेदप्रकाश सोलंकी ने बीडी कल्ला पर जल जीवन मिशन के टेंडर देने में भाई भतीजावाद करने की शिकायत की है.
इसके साथ ही रघु शर्मा के खिलाफ कई विधायकों ने ट्रांसफर पोस्टिंग में मनमानी करने की शिकायत की है. विधायक गंगा देवी ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के खिलाफ पार्टी विधायकों से खराब व्यवहार करने के आरोप भी लगाए हैं. साथ ही शांति धारीवाल के खिलाफ भी विधायकों से खराब व्यवहार करने के आरोप लगाए गए हैं.