जयपुर. प्रदेश में गहलोत सरकार का दूसरा बजट पेश होने के बाद कई संगठनों में नाराजगी देखने को मिल रही है. मंगलवार को राजस्थान होमगार्ड कर्मचारी संगठन ने भी बजट को लेकर नाराजगी जताई है. राजस्थान होमगार्ड कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर 28 फरवरी को विधानसभा कूच करने की चेतावनी दी है.
राजस्थान होमगार्ड कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष झलकन सिंह राठौड़ ने कहा कि पिछले 12 वर्षों से राजस्थान के होमगार्ड जवान अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं. राजस्थान में दोनों पार्टियों की सरकार रही और सत्ता में आने से पहले होमगार्ड की मांगे पूरी करने का वादा करती है, लेकिन सत्ता में आकर भूल जाती है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने भी सत्ता में आने से पहले कई वादे किए थे, लेकिन अब उन वादों को भूल गई. होमगार्ड्स ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को कई बार ज्ञापन भी दिया है, लेकिन कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है. जिससे राजस्थान के हजारों होमगार्ड जवानों में आक्रोश है.
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होमगार्ड्स ने चेतावनी देते हुए कहा कि आगामी 28 फरवरी को राजस्थान के समस्त होमगार्ड जवान अपनी मांगों को लेकर विधानसभा की ओर कूच कर आंदोलन का आगाज करेंगे. साथ ही कहा कि बजट से पहले होमगार्ड्स को काफी उम्मीदें थी, लेकिन बजट आने के बाद सभी को निराशा हाथ लगी है. इस बार बजट में होमगार्ड्स के लिए कोई फायदा नहीं दिया गया है, इससे पूरे प्रदेश के होमगार्ड आक्रोशित है.
झलकन सिंह राठौड़ ने बताया कि होमगार्ड काफी लंबे समय से नियमित रोजगार की मांग, 55 से बढ़ाकर 60 वर्ष करने की मांग, डिस्चार्ज जवानों के बहाली की मांग, ईएसआई- पीएफ की मांग, होमगार्ड्स को अन्य भर्तियों में लाभ देने की मांग, और होमगार्ड के वेतन में हुए भेदभाव को भी हटाने की मांग कर रहे हैं.