जयपुर. उच्च शिक्षा मंत्री ने कोरोना महामारी की विषम परिस्थितियों के कारण B.Ed और अन्य कक्षाओं की फीस के संबंध में प्राइवेट कॉलेजों को निर्देशित किया है. भंवर सिंह भाटी ने विद्यार्थियों से विलंब शुल्क, छात्रावास शुल्क, कॉशन मनी नहीं लेने और फीस वसूलने में सहानुभूति बरतने के निर्देश दिए हैं. वहीं माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और सीबीएसई के रिजल्ट जारी होने के बाद अब राजस्थान विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेजों में प्रथम वर्ष के छात्रों की ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया शुरू होगी.
कोरोना संक्रमण काल में इन दिनों राजस्थान विश्वविद्यालय और तमाम संबद्ध कॉलेजों में ऑनलाइन एडमिशन का दौर जारी है. इस बीच राजस्थान विश्वविद्यालय ने प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष और पीजी विभागों में अध्ययनरत सेकंड सेमेस्टर के विद्यार्थियों को प्रोविजनल रूप से अगली कक्षा में अस्थाई क्रमोन्नत के लिए पुनः प्रवेश फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 31 जुलाई तक बढ़ा दी है. वहीं मंगलवार को जारी हुए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 12वीं कला संकाय के परिणाम के बाद अब राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन प्रथम वर्ष में एडमिशन के लिए भी छात्रों को ऑनलाइन व्यवस्था उपलब्ध कराएगा.
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उधर, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने राज्य में कोविड-19 महामारी की विषम परिस्थितियों के कारण B.Ed और अन्य कक्षाओं की फीस के संबंध में प्रदेश के सभी प्राइवेट कॉलेजों के प्राचार्य को निर्देशित किया है. मंत्री भाटी ने विद्यार्थियों से फीस वसूल करने में सहानुभूति बरतने और उन्हें फीस जमा कराने के लिए समुचित अवसर प्रदान करने के निर्देश दिए हैं.
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साथ ही विद्यार्थियों से विलंब शुल्क, छात्रावास शुल्क, कॉशन मनी नहीं लेने के लिए भी निर्देशित किया है. इन निर्देशों की अवहेलना करने पर संबंधित कॉलेज के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की चेतावनी भी दी है. इससे पहले राजस्थान विश्वविद्यालय में हर वर्ष फीस में की जाने वाली 10 प्रतिशत बढ़ोतरी को इस साल नहीं करने का फैसला लिया गया था. जिससे विश्वविद्यालय और संघटक कॉलेजों के छात्रों और उनके अभिभावकों को कोरोना काल में फायदा मिला.