जयपुर. राजस्थान में कोरोना केसों में लगातार बढ़ोतरी के साथ ही ऑक्सीजन की डिमांड भी बढ़ती जा रही है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच कई बार ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर तकरार हो चुकी है. प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा है कि राजस्थान में पूर्वी राज्यों से भी ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है लेकिन उसे पहुंचने में काफी वक्त लग रहा है तो ऐसे में किसी भी वक्त अनहोनी हो सकती है.
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मंत्री रघु शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार की ओर से राजस्थान को अलग-अलग स्थानों से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है. लेकिन करीब 100 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पूर्वी राज्यों से भेजा जा रहा है और राजस्थान तक इस ऑक्सीजन को पहुंचने में 15 से 20 दिन लग जाते हैं. ऐसे में लगातार ऑक्सीजन की समस्या प्रदेश में बनी हुई है. यही नहीं इन क्षेत्रों से ऑक्सीजन लाने के लिए अतिरिक्त टैंकर की भी आवश्यकता होती है. लेकिन बावजूद इसके केंद्र राज्य से आपसी समन्वय नहीं बैठा पा रहा.
राजस्थान में मौजूदा समय में बर्नपुर, कलिंगनगर, जामनगर, पानीपत और भिवाड़ी से ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है. राजस्थान में मौजूदा समय में करीब 365 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जरूरत है. जबकि सिर्फ 300 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ही राजस्थान को मिल पा रही है.
ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की आपूर्ति
राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए राज्य सरकार की तरफ से रूस, चीन और यूएई से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मंगवाए जा रहे हैं. ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की पहली खेप भी राजस्थान पहुंच गई है. इसके लिए राजस्थान के तीन आईएएस अधिकारियों को तैनात किया गया है, जो लगातार दूसरे देशों से संपर्क बनाकर जल्द से जल्द ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की आपूर्ति सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं. अगले सप्ताह 1250 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर रूस से जयपुर पहुंचेंगे.