जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. खुद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा भी मानते हैं कि यह संख्या बढ़ रही है और आगे और भी बढ़ेगी. इसका कारण हैं, वह प्रवासी श्रमिक जो दूसरे राज्यों विशेष तौर पर महाराष्ट्र और गुजरात से राजस्थान में बड़ी तादाद में लौट रहे हैं.
मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमितों के अभी प्रदेश में और ज्यादा सामने आएंगे. क्योंकि जब 15 लाख प्रवासी वापस राजस्थान आएंगे और वह भी ऐसे प्रदेशों से जहां कोरोना वायरस फैला हुआ है तो मामलों का बढ़ना लाजमी है. लेकिन अब प्रदेश सरकार इस बात पर ध्यान दे रही है कि कैसे ज्यादा से ज्यादा क्वॉरेंटाइन के नियमों को पालन करवाया जाए. मंत्री शर्मा ने कहा कि जो भी श्रमिक बाहर से राजस्थान लौट रहे हैं उन्हें क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था सही से की जा रही है. चाहे श्रमिक होम क्वॉरेंटाइ हो या सरकार क्वॉरेंटाइन में हो. इसकी बकायदा ऑनलाइन ट्रैकिंग की जा रही है, ताकि उसकी जानकारी हमारे पास रहे.
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क्वॉरेंटाइन को लेकर ग्राम स्तर पर कमेटियां भी बना दी गई हैं. मंत्री ने कहा कि क्वॉरेंटाइन के नियमों का अनुशासन से पालन नहीं करने पर प्रदेश के 315 ऐसे लोग को होम क्वॉरेंटाइन की जगह सरकारी क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में अभी कोरोना टेस्ट कि कैपेसिटी 15 हजार हो चुकी है, जिसे बढ़ाकर इसी महीने के अंत तक 25 हजार तक ले जाया जाएगा. टेस्ट की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रदेश में एक 'कोबास 8800' मशीन 25 मई को राजस्थान पहुंच जाएगी और उसके बाद दूसरी जून के पहले सप्ताह में. हर कोबास मशीन साढ़े चार हजार टेस्ट प्रतिदिन करेगी, जिससे कि प्रदेश की कोरोना टेस्टिंग क्षमता बढ़ेगी.
मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा टेस्ट रैंडमली किए जा रहे हैं. ताकि जो भी कोरोना संक्रमण के मामले हैं, वह सामने आ जाए. इससे भले ही प्रदेश में संक्रमित लोगों की संख्या ज्यादा दिखाई दे. लेकिन ऐसे केस अगर छिपे रह जाएंगे तो उससे ज्यादा दिक्कत होगी तो चाहे केस ज्यादा आये लेकिन राजस्थान में टेस्ट ज्यादा से ज्यादा किये जाएंगे. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना से बीमार लोगों की रिकवरी रेट ज्यादा है और मोर्टिलिटी रेट काफी कम है. जो प्रदेश के लिए अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में मोर्टिलिटी रेट 2.4 है, जो देश की मोटिलिटी रेट से कम है.