जयपुर. प्रदेश में बढ़ते कोरोना के प्रकोप के बीच चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा में अचानक बड़े कोरोना मरीजों की संख्या के पीछे नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही होने की संभावना जताई है. इस संबंध में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह को पत्र लिखकर निंबाहेड़ा में बरती जा रही लापरवाहियों की जानकारी देते हुए उसमें जल्द सुधार करने की मांग भी की है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव को लिखे गए पत्र में कटारिया ने सात बिंदुओं में उन तमाम लापरवाहियों का जिक्र किया है. जिसके चलते निंबाहेड़ा में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. कटारिया ने पत्र में लिखा की क्षेत्र में प्रथम संक्रमित व्यक्ति की ट्रैवल हिस्ट्री का आज तक प्रशासन खुलासा नहीं कर सका है. वहीं, इस नगर में 5 टीमें ही जांच के लिए तैनात की गई है. जिससे अब तक 75 हजार आबादी वाले इस नगर में मात्र 1400 के लगभग लोगों की ही जांच हो पाई है, जो अपने आप में बड़ी चूक है.
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कटारिया ने लिखा कि इस क्षेत्र में संक्रमित व्यक्ति जिनके संपर्क में आए उनके सैंपल लेने के बाद उनको क्वॉरेंटाइन नहीं करके घरों में ही रहने दिया गया. जिससे परिवार और आसपास संक्रमण बढ़ता गया. कटारिया ने यह भी लिखा कि इस स्थिति में चिकित्सा विभाग ने कोई विशेषज्ञ डॉक्टर या अतिरिक्त चिकित्सा कर्मी यहां नहीं लगाए. बस 5 टीमें ही पूरे नगर में कंपनी का काम कर रही है.
कटारिया के अनुसार शुरू से ही कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों की समय पर पहचान नहीं हो पाई और यह संक्रमण तेजी से फैलता गया. कटारिया ने यह भी आरोप लगाया कि 75 हजार की आबादी वाले इस नगर में राशन की सिर्फ एक ही दुकान को राशन देने के लिए अधिकृत किया गया है, जो अपने आप में आश्चर्य करने वाला निर्णय है. उनके अनुसार किसी भी स्थिति में एक साथ राशन देने के लिए यह दुकान पर्याप्त नहीं मानी जा सकती. ऐसे में सरकार और प्रशासन के स्तर पर इस प्रकार की लापरवाही में जल्द सुधार करना चाहिए, जिससे तेजी से बढ़ रहा संक्रमण रोका जा सके.