जयपुर. राजधानी के घाट गेट इलाके की कबाड़ियों की मस्जिद के पीछे बाबू का टीबा स्थित हजरत बादुल्लाशाह बाबा के सालाना 15वें तीन दिवसीय उर्स का समापन कुल की रस्म के साथ सम्पन्न हुआ. इस मौके पर कई धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया. इन धार्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत सुबह फज्र की नमाज के बाद कुरान ख्वानी के साथ हुई.
वहीं देर रात को कव्वाली का कार्यक्रम भी शुरू हुआ. इस कव्वाली के कार्यक्रम में जयपुर सहित प्रदेश के जाने-माने कव्वाल पार्टियों ने अपना कलाम प्रस्तुत किया और वहां पर मौजूद जायरीनों से दाद बटोरी. साथ ही रात को फातिहा ख्वानी भी कि गई और लंगर भी जायरीन को बांटा गया. इस मौके पर देशभर में शांति और भाईचारे की दुआ भी की गई.
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जायरीन इकराम खान ने बताया कि उर्स के पहले दिन की शुरुआत सुबह कुरआन ख्वानी हुई. रात में इशा की नमाज के बाद मिलाद व नातख्वानी की महफिल आयोजित हुई. उर्स के दूसरे दिन रात में इशा की नमाज के बाद महफिले समा का आयोजन हुआ. जिसमें शहर के कव्वालों ने एक से बढ़कर एक सूफियाना कलाम सुनाकर महफिल को रूहानी किया.