जयपुर. इस साल 2020 हज के मुकद्दस सफर पर कोरोना वायरस का साया मंडराया हुआ है. जिसके चलते कई साल से काबा शरीफ की जियारत के लिए इंतजार कर रहे यात्रियों को मायूसी हाथ लगी है. क्योंकि भारत से लेकर मक्का-मदीना तक बिल्कुल भी तैयारियां नहीं की गई है. अब तक केवल हज यात्रियों का कोटा जारी किया गया है. रिहायश के लिए अभी बिल्डिंग भी नहीं देखी गई है और ना ही ट्रांसपोर्ट संबधी करार हुआ है.
हज के सफर के तहत जून के मध्य उड़ानों का सिलसिला शुरू होना है. इसके लिए यात्रियों के चिकित्सा शिविर लगाए जा चुके है और अब टीकाकरण होना है. मार्च के बाद हज प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण होना थास लेकिन नहीं हो पाया. ऐसे में फिलहाल हमारे देश से लेकर मक्का तक तैयारी शून्य है.
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बता दें कि, हज यात्रा के लिए हज कमेटी को इस साल प्रदेश से ऑनलाइन 8241 आवेदन मिले थे. 4749 आवेदनों का चयन लॉटरी से हुआ और 610 लोग रिजर्व श्रेणी के तहत हज पर जाने थे. इनमें से 580 आवेदन 70 साल या इससे ज्यादा उम्र के यात्रियों के हैं.
इन्हें लॉटरी में शामिल किए बिना ही हज यात्रा के लिए पात्र माना गया था. 45 साल से ऊपर की बिना मेहरम 30 महिलाओं को भी रिजर्व श्रेणी में रखा गया. सेंट्रल हज कमेटी ने राजस्थान को 5359 सीटों का कोटा दिया था. इसके तहत 4749 यात्रियों को लॉटरी और 610 रिजर्व कैटेगरी से भेजना था. बाकी 2882 को दूसरे राज्यों के कोटे से भेजना था, लेकिन अब इस पर पानी फिरता दिख रहा है.
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हालांकि रमजान के बाद दिशा निर्देश आने की उम्मीद है लेकिन सऊदी अरब सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है. कोरोना के प्रकोप के कारण हज यात्रा मुश्किल में देख रही है. ऐसे में राजस्थान हज वेलफेयर सोसाइटी महासचिव हाजी निजामुद्दीन ने कहा कि, हज की तैयारियां नहीं हो पाई है. इस साल नहीं हो पाए तो अगले साल यात्रा पर जाने का मौका मिले.