जयपुर. बालक की करंट से मौत मामले में ज्ञानदेव आहूजा ने गहलोत सरकार को अल्टीमेटम दिया है. आहूजा ने कहा है कि मृतक के परिजनों को नगर निगम और सरकार 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दे, वरना 10 दिन बाद नगर निगम सीईओ यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और मुख्यमंत्री के खिलाफ सड़कों पर उतर जाएगा.
ज्ञानदेव आहूजा (Gyan Dev Ahuja) सिंधी समाज से आते हैं और जिस बालक की मौत हुई थी वह भी सिंधी समाज से है. यही कारण है कि अब इस मसले पर ज्ञानदेव आहूजा ने मोर्चा संभाल लिया है. जयपुर में भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ज्ञानदेव आहूजा ने कहा कि जब आकाशीय बिजली गिरने से आमेर इलाके (Amer in Jaipur) में लोगों की मौत हुई तब मुख्यमंत्री (CM Ashok Gehlot) जी ने तुरंत 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा कर दी, क्योंकि तब मामला तुष्टिकरण का था. लेकिन इस मसले पर सरकार और नगर निगम प्रशासन दोनों ही ध्यान नहीं दे रहा.
हालांकि, आहूजा ने कार्यवाहक महापौर शील धाभाई (Acting Mayor Sheel Dhabhai) के कामकाज की सराहना की, लेकिन नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल (UDH Minister Shanti Dhariwal) को लेकर निशाना भी साधा. आहूजा ने यूडीएच मंत्री को अशांति धारीवाल तक कह दिया और यह भी कहा कि मैं विधानसभा में भी धारीवाल जी को इसी नाम से पुकारता हूं. इसके पीछे कुछ तर्क भी उन्होंने मीडिया में रखे.
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गौरतलब है कि जयपुर के मानसरोवर इलाके में पिछले दिनों बिजली के खुले तार के कारण 11 वर्षीय बालक को करंट लगने से उसकी मौत हो गई. जिसके बाद मृतक आश्रितों को 5 लाख की सहायता देने की मांग उठी थी, लेकिन अब ज्ञानदेव आहूजा ने नगर निगम द्वारा पांचला और सरकार द्वारा 5 लाख रुपये के आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग बुलंद की है.