करौली. 1 नवंबर से एमबीसी आरक्षण में आ रही रुकावट को दूर करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र विजय बैंसला ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 1 नवंबर से ही आंदोलन होगा और शांति प्रिय आंदोलन होगा. सरकार के बुलावे पर कोई भी प्रतिनिधि मंडल जयपुर नहीं जाएगा.
विजय बैंसला ने कहा कि गुर्जर प्रतिनिधिमंडल कहीं नहीं जाने वाला है. सभी गुर्जर नेता घर पर बैठे हुए हैं. हम किसी के बुलाने पर जाने वाले नहीं हैं. गुर्जर समाज की जो मांगें हैं वो मांगें 2019 से हैं उसमें कोई भी बदलाव नहीं हुआ है. उन मांगों को सरकार पूरा कर दे. उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर सरकार वार्ता करने के लिए कर रही है तो कुछ गड़बड़ है. सरकार गुर्जर नेताओं को निगोशिएट करना चाहती है और गुर्जर नेता निगोशिएट नहीं होना चाहते.
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विजय बैंसला ने कहा कि सरकार ने बैकलॉग को मेनिफेस्टो में लिख कर दिया था तो सरकार उसको पूरा करें. साथ ही उन्होंने कहा कि तो विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है उसमें सरकार गजट निकलवाए, बिल पास करवाए और बात को खत्म करें. सरकार ने जिस मार्फत समाज से वोट लिया है उस काम को तो पूरा करे. विजय बैंसला ने कहा कि 1 नवंबर को गुर्जर आंदोलन होना निश्चित है.
अबकी बार दरवाजा खोल कर वार्ता
बैंसला ने कहा कि करौली जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग वार्ता के लिए निवास पर आए थे. पांच मिनट यह वार्ता चली. विजय बैंसला ने चुटकी लेते हुए कहा कि इस बार बंद कमरे में कोई वार्ता नहीं की है. इस बार कमरे का दरवाजा खोलकर वार्ता की. वरना मीडिया फिर लिखेगी कि बंद कमरे में गुर्जर समाज के अधिकारियों से बात हुई.
समाज के लोगों से बैंसला ने की अपील
विजय बैंसला ने कहा कि इस बार भरतपुर के पीलूपुरा में निश्चित रूप से 1 नवंबर से गुर्जर आंदोलन होगा. उन्होंने पूरे राजस्थान के लोगों को आमंत्रित करते हुए कहा कि वे पधारे, साथ ही यह भी कहा कि जो नहीं आ सकते हैं वो अपने यहां से शांतिपूर्वक आंदोलन करें. विजय बैंसला ने समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा, कि आंदोलन के दौरान एंबुलेंस और इमरजेंसी वाहनों को जाने दिया जाए, किसी भी महिला या किसी व्यक्ति के साथ अभ्रद व्यवहार ना हो, सरकारी संपत्ति या निजी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाए और शांतिपूर्वक आंदोलन किया जाए. गुर्जर समाज को सिर्फ अपनी मांगें मंगवानी हैं.
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विजय बैंसला ने ईटीवी भारत के माध्यम से कहा कि यह आंदोलन गुर्जर समाज नहीं कर रहा है इस आंदोलन को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत करवा रहे हैं. चूंकि मुख्यमंत्री गहलोत के पास पौने 2 साल से गुर्जर समाज की मांगें लंबित चल रही हैं और बीते 3 माह से तो मीडिया के मार्फत से भी मुख्यमंत्री गहलोत के पास गुर्जर समाज की मांग पहुंच रही है. इसलिए सरकार की ओर से यह आंदोलन गुर्जरों से करवाया जा रहा है. अगर सरकार मांगें पूरी कर दे तो आंदोलन की जरूरत ही नहीं है.
बैंसला ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और गुर्जर समाज की ओर से राजस्थान के लोगों को जो असुविधा हो रही है उसके लिए हाथ जोड़कर माफी मांगी है. सरकार से फिर एक बार 1 नवंबर से पहले उनकी मांगों को पूरा करने की बात कही जिससे गुर्जर समाज शांति से बैठ सके.
नौवीं अनुसूची में सांसद निभाये अपना दायित्व
गुर्जर समाज आरक्षण को नौवीं अनुसूची में डालने के मामले पर गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा कि यह केंद्र सरकार का काम है, लेकिन 22 फरवरी, 2019 को राज्य सरकार ने चिट्ठी लिखकर भेज दी. उन्होंने राजस्थान के 25 सांसदों से गुर्जर समाज के लिए अपने दायित्व को निभाते हुए केंद्र सरकार से बात करने की बात कही. उन्होंने कई सांसदों का नाम लेते हुए कहा कि गुर्जर समाज ने इनको वोट देकर जनप्रतिनिधि बनाकर भेजा है तो अपने फर्ज को तो निभाएं.