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Exclusive: मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जो विस्फोट होगा वह सरकार को ले डूबेगा: गुलाबचंद कटारिया - gehlot government

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद जो विस्फोट होगा वो सरकार को ले डूबेगा. उन्होंने कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस के धरने को भी सहानुभूति बटोरने वाला बताया. उन्होंने कहा कि जब लोकसभा में कृषि बिल लाया गया तो कांग्रेस चुप थी और कानून बनने के बाद कांग्रेस के नेता ढोंग कर रहे हैं.

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गुलाबचंद कटारिया Exclusive
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Published : Jan 3, 2021, 4:58 PM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों के जवाब में हाल ही में आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के मध्यावधि चुनाव से जुड़े बयान के बाद अब नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने फिर कहा है कि प्रदेश सरकार 5 साल नहीं चलेगी. कटारिया ने कहा कि विस्फोट तब होगा जब गहलोत मंत्रिमंडल का विस्तार होगा जो सरकार को ले डूबेगा. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कटारिया ने कांग्रेस के धरने को भी झेप मिटाने का एक जरिया बताया, जिसमें प्रदेश सरकार के मुखिया की मौजदूगी में कोरोना गाइडलाइन तोड़े जाने का आरोप लगाया.

गुलाबचंद कटारिया पार्ट-1

गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जब लोकसभा में कृषि बिल पास हो रहा था तो कांग्रेस चुप थी और जब यह बिल राष्ट्रपति की मोहर लगने के बाद कानून बन गया तो सहानुभूति बटोरने के लिए कांग्रेस के नेता ढोंग कर रहे हैं. कटारिया ने कहा कोरोना के बीच जिस प्रकार का व्यवहार राजस्थान सरकार के मुखिया का है तो फिर वह प्रदेश की जनता और पार्टी को क्या शिक्षा देंगे यह सोचने की बात है.

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां

कटारिया ने यह भी कहा कि अलवर में हमारी पार्टी के महामंत्री भूपेंद्र यादव किसान चौपाल लगाते हैं तो भाजपा नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज होती है और यहां सरकार ही कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए मुख्यमंत्री की मौजूदगी में धरना दे रही है यह कहां तक उचित है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल उसी विधेयक पर अपनी मुहर लगा सकते हैं जो कानूनी रूप से सही हो, ऐसे में राजस्थान विधानसभा में पारित किए गए केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ विधेयक कानून रूप से सही हो यह जरूरी नहीं.

गुलाबचंद कटारिया पार्ट-2

डिनर पर बुलाओ या कोहनी पर गुड़ लगाओ, आदमी के मुंह तक नहीं पहुंचेगा तो विस्फोट होगा

गुलाबचंद कटारिया से जब हाल ही में आए सतीश पूनिया के मध्यावधि चुनाव से जुड़े बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मध्यावधि चुनाव तो हाल ही में हुए पंचायत राज चुनाव को समझकर ही देख लें, इसमें ढाई करोड़ लोगों ने मतदान किया. अगर कांग्रेस नेताओं को थोड़ी बहुत भी राजनीतिक समझ है तो उन्हें इस बात का एहसास हो गया होगा. कटारिया ने कहा कि यह सरकार अपने झगड़े के चलते ही डूबेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही विधायकों को डिनर पर बुलाएं या फिर कोहनी पर गुड़ लगाएं लेकिन जब तक आदमी के मुंह तक यह गुड़ नहीं पहुंचेगा तो विस्फोट होगा और असली विस्फोट जब मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तब होगा जो सरकार को भी ले डूबेगा.

किसानों के एकमात्र नेता हनुमान बेनीवाल हैं उन्हें इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए

गुलाबचंद कटारिया ने हनुमान बेनीवाल पर भी निशान साधा. कटारिया ने कहा कि राजस्थान के सारे किसानों के एकमात्र नेता हनुमान बेनीवाल हैं उन्हें ये भ्रम हो गया था लेकिन इस प्रकार की गलतफहमी उन्हें नहीं पालनी चाहिए. कटारिया ने कहा पंचायत राज चुनाव में बेनीवाल के संसदीय क्षेत्र में ही क्या स्थिति रही केवल 10 सीट ही आरएलपी जीत पाई, जबकि नागौर में जिला प्रमुख भाजपा ने ही बनाया. ऐसे में बेनीवाल यह न सोचे कि उन्होंने जो बोल दिया सब उसको फॉलो ही करेंगे.

केंद्र सरकार किसानों की हितेषी

गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की हितेषी है. सरकार किसानों की समस्या को लेकर खुले दिल से बात करने की पहल कर रही है. यही कारण है कि अब तक 7 और 8 दौर की वार्ता भी हो चुकी है. कटारिया ने कहा कि 4 जनवरी को फिर वार्ता है और वार्ता ही एकमात्र माध्यम है जिससे गतिरोध टूटेगा.

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आरोपों के जवाब में हाल ही में आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के मध्यावधि चुनाव से जुड़े बयान के बाद अब नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने फिर कहा है कि प्रदेश सरकार 5 साल नहीं चलेगी. कटारिया ने कहा कि विस्फोट तब होगा जब गहलोत मंत्रिमंडल का विस्तार होगा जो सरकार को ले डूबेगा. ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कटारिया ने कांग्रेस के धरने को भी झेप मिटाने का एक जरिया बताया, जिसमें प्रदेश सरकार के मुखिया की मौजदूगी में कोरोना गाइडलाइन तोड़े जाने का आरोप लगाया.

गुलाबचंद कटारिया पार्ट-1

गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जब लोकसभा में कृषि बिल पास हो रहा था तो कांग्रेस चुप थी और जब यह बिल राष्ट्रपति की मोहर लगने के बाद कानून बन गया तो सहानुभूति बटोरने के लिए कांग्रेस के नेता ढोंग कर रहे हैं. कटारिया ने कहा कोरोना के बीच जिस प्रकार का व्यवहार राजस्थान सरकार के मुखिया का है तो फिर वह प्रदेश की जनता और पार्टी को क्या शिक्षा देंगे यह सोचने की बात है.

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां

कटारिया ने यह भी कहा कि अलवर में हमारी पार्टी के महामंत्री भूपेंद्र यादव किसान चौपाल लगाते हैं तो भाजपा नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज होती है और यहां सरकार ही कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए मुख्यमंत्री की मौजूदगी में धरना दे रही है यह कहां तक उचित है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल उसी विधेयक पर अपनी मुहर लगा सकते हैं जो कानूनी रूप से सही हो, ऐसे में राजस्थान विधानसभा में पारित किए गए केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ विधेयक कानून रूप से सही हो यह जरूरी नहीं.

गुलाबचंद कटारिया पार्ट-2

डिनर पर बुलाओ या कोहनी पर गुड़ लगाओ, आदमी के मुंह तक नहीं पहुंचेगा तो विस्फोट होगा

गुलाबचंद कटारिया से जब हाल ही में आए सतीश पूनिया के मध्यावधि चुनाव से जुड़े बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मध्यावधि चुनाव तो हाल ही में हुए पंचायत राज चुनाव को समझकर ही देख लें, इसमें ढाई करोड़ लोगों ने मतदान किया. अगर कांग्रेस नेताओं को थोड़ी बहुत भी राजनीतिक समझ है तो उन्हें इस बात का एहसास हो गया होगा. कटारिया ने कहा कि यह सरकार अपने झगड़े के चलते ही डूबेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही विधायकों को डिनर पर बुलाएं या फिर कोहनी पर गुड़ लगाएं लेकिन जब तक आदमी के मुंह तक यह गुड़ नहीं पहुंचेगा तो विस्फोट होगा और असली विस्फोट जब मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तब होगा जो सरकार को भी ले डूबेगा.

किसानों के एकमात्र नेता हनुमान बेनीवाल हैं उन्हें इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए

गुलाबचंद कटारिया ने हनुमान बेनीवाल पर भी निशान साधा. कटारिया ने कहा कि राजस्थान के सारे किसानों के एकमात्र नेता हनुमान बेनीवाल हैं उन्हें ये भ्रम हो गया था लेकिन इस प्रकार की गलतफहमी उन्हें नहीं पालनी चाहिए. कटारिया ने कहा पंचायत राज चुनाव में बेनीवाल के संसदीय क्षेत्र में ही क्या स्थिति रही केवल 10 सीट ही आरएलपी जीत पाई, जबकि नागौर में जिला प्रमुख भाजपा ने ही बनाया. ऐसे में बेनीवाल यह न सोचे कि उन्होंने जो बोल दिया सब उसको फॉलो ही करेंगे.

केंद्र सरकार किसानों की हितेषी

गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की हितेषी है. सरकार किसानों की समस्या को लेकर खुले दिल से बात करने की पहल कर रही है. यही कारण है कि अब तक 7 और 8 दौर की वार्ता भी हो चुकी है. कटारिया ने कहा कि 4 जनवरी को फिर वार्ता है और वार्ता ही एकमात्र माध्यम है जिससे गतिरोध टूटेगा.

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