जयपुर. राजस्थान विधानसभा के 9 सितंबर से शुरू होने वाले सत्र में करीब 25 विधायकों के प्रश्न ना लगाए जाने का मामला विधानसभा अध्यक्ष तक पहुंच चुका है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने ऐसे विधायकों के अधिकारों का हनन बताया और यह भी कहा कि 9 सितंबर को ही होने वाली कार्य सलाहकार समिति की बैठक में भी भाजपा इस मुद्दे को रखेगी.
मौजूदा विधानसभा में पिछले सत्र का सत्रावासन नहीं किया गया था. जिसके चलते 9 सितंबर से शुरू होने वाला सत्र पूरा नहीं माने जाएगा और नियम अनुसार एक विधायक एक सत्र में अधिकतम 40 तारांकित और 60 अतारांकित सवाल लगा सकता है. 25 विधायकों की ओर से 100 प्रश्न लगाए जाने का कोटा पूरा हो चुका है. जिसमें अधिकतर भाजपा से जुड़े विधायक हैं. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी इसे गंभीर माना है.
कटारिया के अनुसार इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी (CP Joshi) से भी बात की गई और आग्रह किया गया कि वे इस मामले में अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए विधायकों को उनके अधिकार वापस दिलवाएं. उन्होंने कहा कि इसे 9 सितंबर को होने वाली कार्य सलाहकार समिति की बैठक में भी पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा.
गौरतलब है कि 9 सितंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में इस बार करीब 25 विधायक ऐसे हैं, जिन के 100 प्रश्न लगाए जाने का कोटा पहले ही पूरा हो चुका है. ऐसे में अब वह 9 सितंबर से शुरू होने वाली सदन की कार्यवाही में नए प्रश्न नहीं लगा पा रहे हैं.