जयपुर. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पहले दिन से ही सीएम अशोक गहलोत ने अपने 36 के आंकड़े को 36 पर ही रहने दिया तो असंतोष का लावा तो फूटना ही था. लेकिन इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराना ठीक बात नहीं है. उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं की भावनाओं का ख्याल नहीं रखा, इसलिए असंतोष बढ़ गया.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीजेपी को कोष रहे हैं, जबकि वास्तविकता यह है कि उन्होंने कभी भी अपने नेता और कार्यकर्ताओं को अपने साथ में नहीं लिया. पहले दिन के 36 के आंकड़े को 36 का आंकड़ा ही बनाए रखा, इस कारण असंतोष अंदर ही अंदर पनप रहा है.
'सीएम गहलोत ने जो आश्वासन दिए वह भी पूरे नहीं किए'
कटारिया ने कहा कि पिछली बार सरकार बचाने के लिए सीएम गहलोत ने जो आश्वासन दिए वह भी पूरे नहीं किए. लोगों का विश्वास अब टूटने लगा है. कटारिया ने कहा कि लोगों को जिस विश्वास के साथ सपने दिखाए रखा उसकी पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं और आगे पूर्ति कर पाने की संभावना भी नहीं है. इसलिए वह लावा विस्फोट हो गया है.
'गहलोत को पहले अपना घर सुरक्षित करना चाहिए'
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अपने घर के अंर्तकलह की वजह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बार-बार बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने घर को तो सुरक्षित नहीं कर पा रहे और पूरी दुनिया को सुरक्षित रखने की बात कर रहे हैं. कटारिया ने कहा कि पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने घर को सुरक्षित करना चाहिए.
कटारिया ने कहा कि उनका घर सुरक्षित नहीं होगा तो फिर बीजेपी के बड़े नेताओं पर आरोप लगाने से क्या होगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिस तरीके से बार-बार बीजेपी के गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगा रहे हैं, यह ठीक बात नहीं है. बिना किसी प्रमाण के इस तरह से केंद्रीय मंत्री पर आरोप लगाना ओछी राजनीति का परिचायक है.