जयपुर. प्रदेश में राज्यसभा की 4 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही राजनीतिक दलों में जोड़-तोड़ की गणित शुरू हो गई है. विधायकों की संख्या के लिहाज से भाजपा 1 सीट पर जीत दर्ज कर सकती है बावजूद बीजेपी 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और विधायकों की बाड़ेबंदी भी करेगी. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Kataria on Rajasthan Rajyasabha Election) की मानें तो विधायकों के मौजूदा कार्यकाल में यह अंतिम राज्यसभा का चुनाव है, इसलिए कुछ विधायक फाउल खेलने को भी तैयार होंगे बस हमारी नजरें उन पर ही है.
राज्यसभा चुनाव को लेकर भाजपा की रणनीति (BJP strategy for Rajya Sabha election) पर ईटीवी भारत ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से खास बातचीत की. इस दौरान कटारिया ने कहा कि मौजूदा चुनाव में प्रथम वरीयता के 41 वोट देने के बाद भी बीजेपी के पास 30 वोट सर प्लस है और 11 वोट और हासिल होने पर बीजेपी दूसरे प्रत्याशी को जिता सकती है. बस पार्टी इसी प्रयास में जुटी है और रणनीति भी तैयार की जा रही है.
निर्दलीयों पर निगाहें- गुलाबचंद कटारिया की मानें तो राज्यसभा चुनाव में राजनीतिक दलों के विधायकों को अपना वोट दिखाकर डालना होता है. लिहाजा उन वोटों में तोड़फोड़ की गुंजाइश कम ही रहती है, लेकिन निर्दलीय विधायकों के साथ इस प्रकार की पाबंदियां नहीं होती है. कटारिया ने कहा कि ऐसे कई लोग होते हैं जिन पर संबंधों के आधार पर विश्वास किया जा सकता है. बस हम इन्हीं प्रयासों में लगे हैं जिससे दूसरा प्रत्याशी जीता सके.
प्रदेश और दिल्ली स्तर पर चल रही बात: राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 31 मई है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का कहना है कि प्रत्याशी पहले तय करें या बाद, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. उनके अनुसार प्रदेश के स्तर पर भी चर्चा हो रही है और दिल्ली से भी इस मामले में चर्चा की जा रही है. जैसे ही नाम फाइनल होगा प्रत्याशी मैदान में उतार दिया जाएगा. कटारिया के अनुसार बीजेपी 2 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारेगी, इसलिए एनालिसिस करना जरूरी है. कटारिया ने यह भी कहा कि मुझे संभावना लगती है कि हम दूसरी सीट भी निकाल लेंगे.
वोट खारिज न हो इसलिए बाड़ेबंदी भी होगी: पिछले राज्यसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को 1 वोट का नुकसान हुआ था लिहाजा नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया कहते हैं कि इस बार चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी राज्यसभा चुनाव में विधायकों की बाड़ेबंदी (Enclosure of Rajasthan BJP MLAs) करना सबके लिए जरूरी है. कटारिया ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में वोट देने की प्रक्रिया समझाना और विधायकों को इससे अवगत कराना बेहद जरूरी है ताकि वोट देने के दौरान गलतियां नहीं हो. कटारिया ने कहा कि यदि वोट देने के दौरान गलती हो जाती है तो वह काफी भारी पड़ती है.
व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर करेंगे प्रयास: राज्यसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस और बीजेपी को समर्थन नहीं देगी. बीजेपी को समर्थन नहीं दिए जाने के बयान पर भी कटारिया ने प्रतिक्रिया (Gulabchand Kataria on Hanuman Beniwal) दी. कटारिया ने कहा कि हनुमान बेनीवाल चाहे जो भी कहे लेकिन हम अपने व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर अपना प्रयास जरूर करेंगे. जब हम दूसरा प्रत्याशी खड़ा करेंगे तो निश्चित रूप से व्यक्तिगत संबंधों का उपयोग करते हुए कोशिश करेंगे कि 11 अतिरिक्त वोट भी हमें मिले.
मौजूदा कार्यकाल में राज्यसभा का अंतिम चुनाव: बीजेपी अपने दूसरे प्रत्याशी को किस तरह जीता पाएगी, इस सवाल पर गुलाबचंद कटारिया ने एक बड़ा बयान भी दिया. कटारिया ने कहा कि मौजूदा विधायकों के कार्यकाल में राज्यसभा का यह अंतिम चुनाव है. ऐसे में कई विधायक यह भी सोचते होंगे कि दोबारा टिकट मिलेगा या नहीं और यदि किसी के मन में कोई नाराजगी होगी तो वह इस अंतिम समय फाउल खेलने की स्थिति में भी आ जाता है. कटारिया ने कहा कि बस इन सभी स्थितियों पर हमारी नजरें हैं और समय ही तय करेगा कि क्या होगा और क्या नहीं.
गौरतलब है कि राजस्थान में राज्यसभा की 4 सीटों पर चुनाव होने हैं. जिसके लिए 10 जून को मतदान होगा. 31 मई नामांकन की अंतिम तारीख है और इससे पहले भाजपा और कांग्रेस के ओर से प्रत्याशी की घोषणा की जानी है.