जयपुर. डूंगरपुर में अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों की ओर से हो रहे हिंसक प्रदर्शन पर सियासत गरम है. भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भले ही इस आंदोलन का समर्थन करते हों, लेकिन प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया इसके विरोध में हैं. यही कारण है कि कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से हिंसक आंदोलन करने वाले और हिंसा भड़काने वाले लोगों को चिन्हित कर आवश्यक कार्रवाई किए जाने का आग्रह किया है.
कटारिया ने एक बयान जारी कर कहा कि टीएसपी क्षेत्र में शिक्षक भर्ती के पदों पर अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों की भर्ती की मांग पर चल रहा यह आंदोलन बीते 2 दिनों से हिंसक रूप ले लिया है. कटारिया ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करने का सबको अधिकार है, लेकिन वो हिंसक हो और उससे आमजन को परेशानी और नुकसान हो तो उसे रोकना सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी है.
पढ़ें- ST अभ्यर्थियों के आंदोलन पर ही भाजपा में दो फाड़, किरोड़ी समर्थन में तो प्रदेश पदाधिकारी दिखे तटस्थ
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि यदि यह घटनाक्रम इसी प्रकार से आगे बढ़ता रहा तो सामाजिक विद्वेष का रूप ले लेगा. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मैं चाहता हूं कि नियमों के अनुरूप अपने अधिकार को लेने का काम करें. इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होगी, लेकिन कानून तोड़कर हिंसक प्रदर्शन द्वारा इस प्रकार की कार्यवाही बढ़ती गई तो फिर आमजन को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी सरकार की है. सरकार की यह भी जिम्मेदारी है कि समाज के अन्य वर्गों के अधिकारों का भी संरक्षण हो और ऐसी हिंसा भड़काने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके ऊपर कार्रवाई हो.