जयपुर. शहर में हो रही नाइट स्वीपिंग और कचरा संग्रहण की व्यवस्था पर सवाल उठने के बाद शनिवार को ग्रेटर नगर निगम कमिश्नर मोती डूंगरी जोन में निरीक्षण करने पहुंचे. राजा पार्क से शुरू किए गए इस निरीक्षण में कमिश्नर दिनेश यादव को सफाई कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे काम में समर्पण भाव की कमी नजर आई. जिन रास्तों पर सफाई कर्मचारियों द्वारा सफाई की जा चुकी थी, वहां भी फुटपाथ पर गंदगी देखने को मिली.
इस पर कमिश्नर ने एसआई को लताड़ भी लगाई. साथ ही यूडीएच मंत्री के निर्देश पर एसएमएस अस्पताल स्थित कचरा ट्रांसफर स्टेशन का भी जायजा लिया. इस संबंध में दिनेश यादव ने बताया कि निगम के सफाई कर्मचारी काम तो कर रहे हैं, लेकिन उसमें समर्पण भाव की कमी है. ऐसे में संबंधित एसआई और सीएसआई को कर्मचारियों को मोटिवेट करने के निर्देश दिए. जिससे सफाई में किसी तरह की कोताही ना रहे.
उन्होंने 4 दिन में दोबारा इसी क्षेत्र का दौरा करने की बात कहते हुए, सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने एसएमएस अस्पताल के बाहर बने कचरा ट्रांसफर स्टेशन को लेकर कहा कि पहले जो कचरा बाहर से आकर यहां डाला जा रहा था, उस व्यवस्था को पूरी तरह बंद कर दिया गया है और निगरानी के लिए स्थाई कर्मचारी भी लगाए गए हैं. लेकिन यहां बहुत सा कचरा अस्पताल से ही आता है. ऐसे में अस्पताल के अंदर ही कचरा डिस्पोज करने की व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है. इस संबंध में उन्होंने एसएमएस सुपरिटेंडेंट से भी फोन पर बात की.
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बता दें कि 1 महीने पहले भी इसी तरह ग्रेटर निगम कमिश्नर ने शहर के कचरा ट्रांसफर स्टेशंस का जायजा लिया था. लेकिन उनमें अब तक भी सुधार नहीं आया है. जबकि शहर में रोडसाइड कचरा डिपो भी बढ़े हैं.