जयपुर. संभावित कार्यक्रम के अनुसार, 11 जनवरी से 8 फरवरी तक आवेदन लिए जा सकते हैं. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने 4 जनवरी को प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी. डोटासरा ने कहा कि लंबे समय से कॉमर्स के अभ्यर्थियों को इस परीक्षा को लेकर अनुमति देने की मांग उठ रही थी. अब कॉमर्स के अभ्यर्थी भी रीट परीक्षा दे सकेंगे. वे लेवल-2 में सोशल स्टडी में रीट परीक्षा दे सकते हैं.
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि लेवल फर्स्ट के लिए केवल बीएसटीसी धारक अभ्यर्थी ही पात्र होंगे, जबकि लेवल सेकंड में बीएड डिग्रीधारी अभ्यर्थी ही परीक्षा दे सकेंगे. इसके अलावा स्नातक या स्नातकोत्तर में से किसी में भी 50 फीसदी अंक होने पर अभ्यर्थी रीट भर्ती के लिए पात्र होंगे. पहले स्नातक में 50 फीसदी से कम अंक होने पर अभ्यर्थी रीट परीक्षा नहीं दे सकता था, भले ही स्नातकोत्तर में 50 से ज्यादा प्रतिशत हो.
चयन की प्रक्रिया में भी बदलाव...
अब इस व्यवस्था में बदलाव किया गया है. शिक्षा मंत्री डोटासरा ने ये भी कहा कि अब चयन की प्रक्रिया में भी बदलाव किया गया है. पहले रीट के 70 फीसदी अंक और एकेडमिक रिकॉर्ड के 30 फीसदी का वेटेज होता था, अब इसे बदला गया है. अब रीट के अंकों का वेटेज 90 फीसदी और 10 फीसदी एकेडमिक रिकॉर्ड का वेटेज होगा. उनका यह भी कहना है कि शुरुआत में रीट का आवेदन शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव भी आया था, लेकिन कोरोना काल को देखते हुए आवेदन शुल्क नहीं बढ़ाया गया है. 2017 में रीट का जो आवेदन शुल्क था, वही शुल्क इस बार लिया जाएगा.
शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि एनसीईआरटी की गाइडलाइन के अनुसार, स्कूल में प्रचलित पाठ्यक्रम के आधार पर राजस्थान के कुछ विषयों को भी रीट परीक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है. उनका कहना है कि पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी. शिक्षा मंत्री डोटासरा के अनुसार, शिक्षा विभाग ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को विज्ञप्ति भेजी है. उसके अनुसार, 11 जनवरी से 8 फरवरी तक फॉर्म भरे जा सकते हैं, जबकि 4 फरवरी तक चालान जमा करवाए जा सकते हैं. हालांकि, उनका यह भी कहना है कि यह संभावित कार्यक्रम है, अंतिम कार्यक्रम बोर्ड द्वारा जारी किया जाएगा.