जयपुर. राजस्थान में जिला परिषद चुनाव (Rajasthan Panchayat Election 2021) में पूर्ण बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस की जगह बीजेपी का जयपुर में जिला प्रमुख बना है. जिसके बाद पायलट कैंप और गहलोत कैंप आमने सामने हो गए हैं. इस मामले में कांग्रेस पार्टी के संभाग प्रभारी गोविंद मेघवाल और पर्यवेक्षक मुमताज मसीह ने अपनी रिपोर्ट गोविंद सिंह डोटासरा को सौंपी है. उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं, जिन्होंने 1 साल पहले गहलोत सरकार गिराने का प्रयास किया
जयपुर जिला प्रमुख का चुनाव कांग्रेस हार गई है. कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत होने के बावजूद बीजेपी जिला प्रमुख बनाने में कामयाब रही है. इस मामले को लेकर अब पायलट कैंप और गहलोत कैंप आमने-सामने हो गए हैं. इस मामले में अब तक चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी (Ved Prakash Solanki) आरोपों के कठघरे में थे. अब अधिकारिक तौर पर कांग्रेस पार्टी के संभाग प्रभारी गोविंद मेघवाल और पर्यवेक्षक मुमताज मसीह ने अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को सौंप दी है. इसमें खास बात यह है कि प्रभारियों ने अपनी रिपोर्ट में पायलट कैंप के विधायक वेद सोलंकी का नाम डाला है.
मेघवाल ने कहा- सोलंकी ने विधायक होकर इतना भ्रमित किया
इस मामले पर बोलते हुए कांग्रेस प्रभारी गोविंद मेघवाल ने विधायक वेद सोलंकी पर आरोप लगाया. मेघवाल ने कहा कि हम सपने में भी नहीं सोच सकते कि एक विधायक होकर कोई इतना पार्टी को भ्रमित कर सकता है. वेद सोलंकी मतदान में अंत तक झूठ बोलते रहे. जिसका सारा वृत्तांत लिखकर हमने प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दिया है.
मेघवाल ने कहा कि वह विधायक की शिकायत नहीं करना चाहते थे लेकिन हम पहले सोच रहे थे कि यह नए हैं. कोई बरगला देता है तो वह ऐसी बात बोल देते हैं, लेकिन अबकी बार जिस तरीके से पहले सिंबल ले जाकर उन्होंने पार्टी को प्रधान में हराया और फिर जिला प्रमुख में जिस तरीके से नौटंकी कि यह तो पराकाष्ठा है. इन्होंने जो खेल अबकी बार किया है, यह बर्दाश्त के लायक नहीं है.
गोविंद मेघवाल ने वेद सोलंकी पर महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष कविता गुर्जर से भी टिकट के बदले लेनदेन के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि राजनीति के लिए दुर्भाग्य की बात है. पार्टी ने इनको बहुत बर्दाश्त किया है और अब रिपोर्ट बनाकर प्रदेश अध्यक्ष को दे दिया है. मेघवाल ने कहा कि वेद सोलंकी ने दिखावे के लिए फर्जी एफआईआरबी करवाई और उनके पिता को भी वहां लेकर आए लेकिन वह केवल दिखावा मात्र था.
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गोविंद मेघवाल ने यह स्वीकार किया कि वेद सोलंकी ने उन्हें 5 सितंबर को एक ऑडियो भेजा था. जिसमें उन्होंने ब्लॉक अध्यक्ष पर दोनों प्रत्याशियों को ले जाने के आरोप लगाए थे. मेघवाल ने कहा कि सोलंकी ने मुझे ऑडियो भेजा लेकिन मैं ऑडियो से समझ गया था कि उन्होंने अपनी गलती छिपाने के लिए यह मैसेज किया है. आदमी अपनी बात को छुपाने के लिए ऐसा काम करता है. मुझे उसी समय संदेह था. इसलिए मैंने गंगाराम के बारे में डिटेल प्राप्त कर ली.
मेघवाल ने कहा कि जिन्होंने अशोक गहलोत की सरकार को गिराने की साजिश की थी. वही आए दिन बयानबाजी करते हैं लेकिन हर बार हम सोचते हैं कि इनको धीरे-धीरे समझ आ जाएगी. हमने सोचा कि कई बार पहली बार विधायक बनता है तो वह विधानसभा में किसी के बोलने पर बोल जाता है लेकिन आज उन्होंने हमारी पीठ पर छुरा घोपा है.