जयपुर. राज्यपाल कलराज मिश्र ने बेटियों को पढ़ाने के साथ ही उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के अधिक से अधिक अवसर देने की बात कही. उन्होंने कहा कि सुसंस्कृत व संस्कारवान समाज व राष्ट्र के निर्माण के लिए बेटियों की सुरक्षा व उनका विकास हम सभी का नैतिक दायित्व है. कलराज मिश्र मंगलवार को मेहंदीपुर बालाजी ट्रस्ट की तरफ से आयोजित 'लाडो का सम्मान' कार्यक्रम को ऑनलाइन सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि खुशहाल और सम्पन्न समाज की नींव बेटियां ही होती हैं. उनके सम्मान से समाज आगे बढ़ता है.
पढ़ें: 25 महीने से नंगे पैर घूम रहा ये शख्स पीएम मोदी से क्या चाहता है
राज्यपाल ने कहा कि धरती पर सारी शक्तियां देवियों में ही निहित हैं. धन-संपत्ति, विद्या और ज्ञान व शक्ति की प्रतीक तीन प्रमुख देवियां लक्ष्मी, सरस्वती और दुर्गा ही हैं. उन्होंने कहा कि इन तीनों से ही संसार है. इन तीनों का संतुलन भी जरूरी है. तीनों का सामंजस्य बेटियों द्वारा ही सम्भव है. उन्होंने कहा कि बेटियां संसार का अनमोल धन हैं. वो हैं तभी समाज में सन्तुलन के साथ विकास हो सकता है.
मिश्र ने कहा कि एक बेटी किसी परिवार में पढ़ लेती है तो पूरा परिवार उससे लाभान्वित होता है. उन्होंने बालाजी ट्रस्ट द्वारा 44 वर्षों से विद्यालय शिक्षण और 26 वर्षों से महाविद्यालय शिक्षण की निःशुल्क शिक्षण व्यवस्था और बालक बालिकाओं को आवास, यूनिफार्म, भोजन, पठन पाठन आदि सामग्री के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना की.
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बालाजी ट्रस्ट के महंत किशोरपुरी जी महाराज ने कहा कि बेटियां से ही जीवन सम्पन्न रहता है. अब तक ट्रस्ट द्वारा लगभग 35 हजार बालिकाओं को शिक्षा दी जा चुकी है. यहां से पढ़ी बालिकाएं देश के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर रही हैं. उन्होंने बताया कि ट्रस्ट ने कोरोना काल में राज्य सरकार को 73 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ ही विभिन्न स्तरों पर अन्य सहयोग भी किया.