जयपुर. गहलोत सरकार का एक साल 17 दिसंबर को पूरा होने जा रहा है. सरकार के विभागों ने इन एक साल में क्या कुछ किया है, इसकी जानकारी खुद विभाग के मंत्री दे रहे हैं.
वहीं अगर बात करें स्कूली शिक्षा की तो इसमें क्या-क्या कामकाज हुए, इसकी जानकारी खुद शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने दी.
शिक्षा महकमे में ये हुए प्रमुख बदलाव और निर्णय
1. स्कूलों के समय में बदलाव किया गया.
2. स्कूली सत्र शुरू होने का समय बदला.
3. प्री-डीएलएड कराने का जिम्मा कॉलेज शिक्षा से छीनकर पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षाएं बीकानेर को सौंपा.
4. 8वीं बोर्ड का जिम्मा राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से छीनकर पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षाएं, बीकानेर को सौंपा.
5. अगले सत्र से एनसीईआरटी सिलेबस लागू करने का निर्णय.
6. आरटीई में आय सीमा को एक लाख से बढ़ाकर ढाई लाख रुपए करने की घोषणा.
7. पद्माक्षी पुरस्कार का नाम बदलकर इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी अवॉर्ड किया गया.
8. साइकिलों का रंग बदलकर काला रंग किया गया.
9. जिला मुख्यालयों पर अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले, अब 167 ब्लॉकों में और खोलने की तैयारी.
10. तबादलों के लिए पहली बार ऑनलाइन आवेदन लिए गए.
11. शीतकालीन अवकाश की अवधि घटाई.
12. विद्यार्थियों को करिअर की जानकारी देने के लिए राजीव गांधी करियर पोर्टल की शुरुआत की.
13. बस्ते का बोझ कम करने की योजना चलाई, अगले सत्र से सभी स्कूल में हो सकती है लागू.
14. स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 1500 करोड़ रुपए का बजट देना.
15. सरकारी स्कूल के प्रति बच्चों का रुझान बढ़ाने के लिए बाल सभाओं का आयोजन होना.
16. निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में एनुअल फंक्शन का आयोजन करना, ताकि प्रतिभाएं निखर कर आ सके.
17. सरकार के पहले बजट में 1200 स्कूलों को क्रमोन्नत करने की घोषणा की गई.
18. थर्ड ग्रेड के 26 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की गई, जो कोर्ट में अटकी हुई थी.
19. 9 हजार सैकंड ग्रेड के शिक्षकों को एक महीने के अंदर नियुक्ति दी जाएगी.
20. 4300 पीटीआई शिक्षकों की काउंसलिंग कर स्कूल आवंटित किए है.
21. 11,581 पदों को डीपीसी के माध्यम से भरा गया.