जयपुर. कोरोना काल में बिना परीक्षा दिए ही अगली कक्षा में प्रमोट हुए विद्यार्थी इस साल छात्रवृत्ति के लिए पात्र नहीं माने जाएंगे. इस संबंध में कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने एक आदेश जारी किया है. इसमें लिखा है कि कोविड-19 के कारण सत्र 2019-20 में बिना प्राप्तांक प्रतिशत उत्तीर्ण से सत्र 2020-21 में अध्ययनरत (प्रमोटेड) विद्यार्थियों के आवेदन छात्रवृत्ति के लिए स्वीकार नहीं किए जाएंगे.
जानकारी के अनुसार, कॉलेज शिक्षा आयुक्त संदेश नायक की ओर से प्रदेश की सभी सरकारी और निजी स्कूलों के प्राचार्यों और जिला नोडल अधिकारियों को एक पत्र लिखा गया है. इसमें मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति योजना के तहत सत्र 2020-21 के ऑनलाइन आवेदन पत्र जांच कर जिला नोडल अधिकारियों को भेजने के निर्देश सभी निजी और सरकारी कॉलेज के प्राचार्यों को दिए गए हैं.
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इस पत्र में लिखा है कि राजकीय और मान्यता प्राप्त गैर राजकीय उच्च/तकनीकी संस्थान में नियमित रूप से अध्यनरत इंटीग्रेटेड कोर्सेस जैसे बीए-बीएड, बीएससी-बीएड, बीकॉम-बीएड, बीए-एलएलबी, बीकॉम-एलएलबी और बीएससी-एलएलबी आदि के विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति के आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे. इसके साथ ही इस पत्र में यह भी लिखा है कि कोविड-19 के कारण शैक्षणिक सत्र 2019-20 में बिना प्राप्तांक प्रतिशत उत्तीर्ण से शैक्षणिक सत्र 2020-21 में आगामी कक्षा में अध्ययनरत (प्रमोटेड) विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति आवेदन पत्र भी स्वीकार नहीं किए जाएंगे. कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते बीते सत्र में केवल अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की ही परीक्षा हुई थी. जबकि लाखों विद्यार्थियों को बिना परीक्षा ही अगली कक्षा में प्रमोट किया गया है.