जयपुर. राजस्थान में विधानसभा और लोकसभा चुनाव हो चुके हैं विधानसभा के बाद लोकसभा के चुनावों में सबसे बड़ा फर्क था, तो वो ये था कि विधानसभा में जहां जनता ने कांग्रेस को बहुमत दिया. वहीं, लोकसभा में अपना पुरा वोट जनता ने कांग्रेस से छीन लिया.. ऐसे में अब हर किसी की नजर नवम्बर महीने में होने वाले निगम चुनावों पर है. लेकिन अभी कौन सी सीट किसके लिए आरक्षित होगी ये भी तय नहीं हुआ है. इससे पहले ही कांग्रेस के नेताओं में टिकट को लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है.
इसका कारण है उन नेताओं को टिकट मांगना जो विधानसभा या लोकसभा में चुनाव लड चुके हैं और अब फिर से वे जयपुर महापौर के लिए के की मांग करने लगे हैं. ऐसे में जो नेता लोकसभा और विधानसभा का टिकट ले चुके हैं उन नेताओं को विरोध पार्टी के अंदर ही शुरू हो गया है.
यह भी पढ़ें: जोधपुर ACB की बड़ी कार्रवाई...पोकरण SDM सहित तीन पर रिश्वत का मामला दर्ज
राजस्थान कांग्रेस के महासचिव और जयपुर के महापौर के टिकट के लिए रेस में शामिल गिर्राज गर्ग का कहना है कि टिकट मांगने का अधिकार हर किसी का होता है. अब समय आ गया है जब पार्टी के नेताओं को नैतिकता के आधार पर आत्मचिंतन करना चाहिए कि एक ही नेता को टिकट मिलने के बाद उसे जनता क्यों नकार रही है. वहीं इन सब के बाद भी नेता ये नेता खुद के लिए टिकट मांग कर रहे हैं, जो न्यायोचित नहीं है. अबकी बार जयपुर महापौर पद के लिए मौका उन नेताओं को मिलना चाहिए जो सालों से संगठन में अपनी सेवांए दे रहे हैं लेकिन उन्हें पार्टी ने अब तक मौका नहीं दिया है.