जयपुर. पश्चिमी राजस्थान में टिड्डी दल का प्रकोप किसानों की फसल को लगातार बर्बाद कर रहा है. टिड्डी दल से लगातार पश्चिमी राजस्थान का किसान परेशान है, क्योंकि सीमावर्ती 7 जिलों के किसानों की करीब 200 करोड़ की फसल इससे प्रभावित हुई है.
हालांकि राज्य सरकार इसकी रोकथाम का प्रयास कर रही है लेकिन, सरकार के सारे प्रयासों पर लगातार पाकिस्तान से आ रही टिड्डियां पानी फेरतीं दिखाई दे रही हैं. अब किसानों को इस परेशानी से कोई निजात दिला सकता है तो वह है किसानों की फसल खराब होने पर मिलने वाला मुआवजा.
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इसे लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रभावित जिलों का दौरा किया और प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए तुरंत गिरदावरी के आदेश भी दिए गए थे. यह गिरदावरी चल ही रही थी कि अचानक से पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों पर फिर से टिड्डी दल का हमला हो गया, जिसके चलते अब उन किसानों को भी इस गिरदावरी में शामिल कर लिया गया है.
कृषि राज्यमंत्री भजन लाल जाटव ने कहा कि प्रकोप से किसानों को बचाने के लिए प्रशासन टिड्डी नियंत्रण के लिए जुटा हुआ है और बीकानेर को छोड़ बाकी पूरे प्रदेश में तो इस पर काबू पा लिया गया है. जलोर और जोधपुर की किसानों की फसल खराबे की गिरदावरी रिपोर्ट आ चुकी है.
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वहीं बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर समेत विभिन्न जिलों की गिरदावरी रिपोर्ट भी जल्द आ जाएगी. इस काम में अधिकारी जुटे हुए हैं कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि टिड्डी दल से किसानों को पहले जो नुकसान हुआ और हाल ही में फिर से टिड्डियों के आ जाने से जो नुकसान हुआ है. उन सभी प्रभावित किसानों को गिरदावरी में शामिल कर लिया गया है, और दोनों की गिरदावरी रिपोर्ट एक साथ सरकार के पास जल्दी आ जाएगी, जिसके बाद प्रभावित किसानों को मुआवजे देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.