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अब तिवाड़ी का क्या होगा

लोकसभा के सियासी मैदान पर भाजपा ने राजस्थान के 16 सीटों को लेकर पत्ते खोल दिए हैं. पार्टी ने पहली सूची जारी करते हुए 16 सीटों में से 14 पर मौजूदा सांसदों पर ही भरोसा जताया है. पार्टी के इस निर्णय के बाद अब वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी की घर वापसी के कयासों पर विराम लगता दिखाई दे रहा है....

घनश्याम तिवाड़ी।
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Published : Mar 22, 2019, 5:22 PM IST

जयपुर . भाजपा ने लोकसभा के सियासी मैदान में चढ़ते जा रहे चुनावी पारे के बीच राजस्थान की 16 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. खास बात यह है कि पार्टी ने पहली सूची में जयपुर शहर सहित 14 सीटों पर मौजूदा सांसदों पर ही भरोसा जताया है. पार्टी के इस निर्णय के बाद जहां राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. वहीं, विधानसभा चुनाव से पहले नाराजगी के चलते पार्टी से दूर हो चुके दिग्गज नेता घनश्याम तिवाड़ी की घर वापसी के कयासों पर भी विराम लगता दिखाई दे रहा है.
दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से लंबी नाराजगी के चलते वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने भाजपा का दामन छोड़ दिया था. इसके बाद तिवाड़ी ने भारत वाहिनी के नाम से नई पार्टी बनाते हुए सियासी ताल ठोकी थी. लेकिन, तिवाड़ी की पार्टी विधानसभा चुनाव के मैदान पर कोई करिश्मा नहीं दिखा पाई थी. हालात यह रहे कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष तिवाड़ी की भी सांगानेर विधानसभा सीट से जमानत जब्त हो गई थी. लेकिन, इसके बाद भाजपा स्तर पर शुरू हुई लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी से दूर हो चुके नेताओं की घर वापसी की कवायद पर चर्चा तेज हो गई. इसके तहत घनश्याम तिवाड़ी की भी घर वापसी को लेकर कयास लगाए जाने लगे. हालांकि, तिवाड़ी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा में नहीं जाने की बात कही थी. लेकिन, इसके बाद भी माना जा रहा था कि भाजपा तिवाड़ी को घर वापसी का प्रस्ताव दे सकती है.

साथ ही लोकसभा चुनाव के दौरान तिवाड़ी को पार्टी चुनाव लड़ने का मौका भी दे सकती है. लेकिन, लोकसभा के प्रत्याशियों की पहली सूची में जयपुर शहर समेत 16 सीटों को लेकर पत्ते खोलते हुए भाजपा आलाकमान ने इन सभी कयासों पर अब विराम लगा दिया है. वहीं, राजनीति के जानकारों का कहना है कि पार्टी की ओर से पहली सूची में जयपुर शहर समेत 16 सीटों की राजनीतिक तस्वीर साफ करने के बाद तिवाड़ी की वापसी के कयासों में ज्यादा दम नहीं रह गया है. उनका मानना है कि अब अगर तिवाड़ी की घर वापसी किसी कारण से होती भी है तो वे केवल पार्टी में शामिल ही हो पाएंगे. उन्हें किसी अन्य सीट से चुनावी मैदान में मौका देने की संभावना नजर नहीं आ रही है. क्योंकि, शेष बची 9 सीटों पर पार्टी के पास कई मजबूत दावेदार हैं. जानकारों का यह भी कहना है कि तिवाड़ी के सामने अब कांग्रेस का ही विकल्प मजबूत रूप में दिखाई दे रहा है. आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए तिवाड़ी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया था. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस में शामिल होंगे या नहीं इस पर निर्णय आगामी दिनों में लेंगे. ऐसे में अब तिवाड़ी के अगले कदम पर सियासतदारों की निगाहें टिकी हुई है.

जयपुर . भाजपा ने लोकसभा के सियासी मैदान में चढ़ते जा रहे चुनावी पारे के बीच राजस्थान की 16 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. खास बात यह है कि पार्टी ने पहली सूची में जयपुर शहर सहित 14 सीटों पर मौजूदा सांसदों पर ही भरोसा जताया है. पार्टी के इस निर्णय के बाद जहां राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. वहीं, विधानसभा चुनाव से पहले नाराजगी के चलते पार्टी से दूर हो चुके दिग्गज नेता घनश्याम तिवाड़ी की घर वापसी के कयासों पर भी विराम लगता दिखाई दे रहा है.
दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से लंबी नाराजगी के चलते वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने भाजपा का दामन छोड़ दिया था. इसके बाद तिवाड़ी ने भारत वाहिनी के नाम से नई पार्टी बनाते हुए सियासी ताल ठोकी थी. लेकिन, तिवाड़ी की पार्टी विधानसभा चुनाव के मैदान पर कोई करिश्मा नहीं दिखा पाई थी. हालात यह रहे कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष तिवाड़ी की भी सांगानेर विधानसभा सीट से जमानत जब्त हो गई थी. लेकिन, इसके बाद भाजपा स्तर पर शुरू हुई लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी से दूर हो चुके नेताओं की घर वापसी की कवायद पर चर्चा तेज हो गई. इसके तहत घनश्याम तिवाड़ी की भी घर वापसी को लेकर कयास लगाए जाने लगे. हालांकि, तिवाड़ी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा में नहीं जाने की बात कही थी. लेकिन, इसके बाद भी माना जा रहा था कि भाजपा तिवाड़ी को घर वापसी का प्रस्ताव दे सकती है.

साथ ही लोकसभा चुनाव के दौरान तिवाड़ी को पार्टी चुनाव लड़ने का मौका भी दे सकती है. लेकिन, लोकसभा के प्रत्याशियों की पहली सूची में जयपुर शहर समेत 16 सीटों को लेकर पत्ते खोलते हुए भाजपा आलाकमान ने इन सभी कयासों पर अब विराम लगा दिया है. वहीं, राजनीति के जानकारों का कहना है कि पार्टी की ओर से पहली सूची में जयपुर शहर समेत 16 सीटों की राजनीतिक तस्वीर साफ करने के बाद तिवाड़ी की वापसी के कयासों में ज्यादा दम नहीं रह गया है. उनका मानना है कि अब अगर तिवाड़ी की घर वापसी किसी कारण से होती भी है तो वे केवल पार्टी में शामिल ही हो पाएंगे. उन्हें किसी अन्य सीट से चुनावी मैदान में मौका देने की संभावना नजर नहीं आ रही है. क्योंकि, शेष बची 9 सीटों पर पार्टी के पास कई मजबूत दावेदार हैं. जानकारों का यह भी कहना है कि तिवाड़ी के सामने अब कांग्रेस का ही विकल्प मजबूत रूप में दिखाई दे रहा है. आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए तिवाड़ी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया था. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस में शामिल होंगे या नहीं इस पर निर्णय आगामी दिनों में लेंगे. ऐसे में अब तिवाड़ी के अगले कदम पर सियासतदारों की निगाहें टिकी हुई है.

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लोकसभा के सियासी मैदान पर भाजपा ने राजस्थान के 16 सीटों को लेकर पत्ते खोल दिए हैं. पार्टी ने पहली सूची जारी करते हुए 16 सीटों में से 14 पर मौजूदा सांसदों पर ही भरोसा जताया है. पार्टी के इस निर्णय के बाद अब वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी की घर वापसी के कयासों पर विराम लगता दिखाई दे रहा है....



जयपुर .  भाजपा ने लोकसभा के सियासी मैदान में चढ़ते जा रहे चुनावी पारे के बीच राजस्थान की 16 सीटों पर प्रत्याशियों की  घोषणा कर दी है. खास बात यह है कि पार्टी ने पहली सूची में जयपुर शहर सहित 14 सीटों पर मौजूदा सांसदों पर ही भरोसा जताया है.  पार्टी के इस निर्णय के बाद जहां राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. वहीं, विधानसभा चुनाव से पहले नाराजगी के चलते पार्टी से दूर हो चुके दिग्गज नेता घनश्याम तिवाड़ी की घर वापसी के कयासों पर भी विराम लगता दिखाई दे रहा है.

दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से लंबी नाराजगी के चलते वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने भाजपा का दामन छोड़ दिया था. इसके बाद तिवाड़ी ने भारत वाहिनी के नाम से नई पार्टी बनाते हुए सियासी ताल ठोकी थी. लेकिन, तिवाड़ी की पार्टी विधानसभा चुनाव के मैदान पर कोई करिश्मा नहीं दिखा पाई थी. हालात यह रहे कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष तिवाड़ी की भी सांगानेर विधानसभा सीट से जमानत जब्त हो गई थी. लेकिन, इसके बाद भाजपा स्तर पर शुरू हुई लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी से दूर हो चुके नेताओं की घर वापसी की कवायद पर चर्चा तेज हो गई. इसके तहत घनश्याम तिवाड़ी की भी घर वापसी को लेकर कयास लगाए जाने लगे. हालांकि, तिवाड़ी ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा में नहीं जाने की बात कही थी. लेकिन, इसके बाद भी माना जा रहा था कि भाजपा तिवाड़ी को घर वापसी का प्रस्ताव दे सकती है. साथ ही लोकसभा चुनाव के दौरान तिवाड़ी को पार्टी चुनाव लड़ने का मौका भी दे सकती है. लेकिन, लोकसभा के प्रत्याशियों की पहली सूची में जयपुर शहर समेत 16 सीटों को लेकर पत्ते खोलते हुए भाजपा आलाकमान ने इन सभी कयासों पर अब विराम लगा दिया है. वहीं, राजनीति के जानकारों का कहना है कि पार्टी की ओर से पहली सूची में जयपुर शहर समेत 16 सीटों की राजनीतिक तस्वीर साफ करने के बाद तिवाड़ी की वापसी के कयासों में ज्यादा दम नहीं रह गया है. उनका मानना है कि अब अगर तिवाड़ी की घर वापसी किसी कारण से होती भी है तो वे केवल पार्टी में शामिल ही हो पाएंगे. उन्हें किसी अन्य सीट से चुनावी मैदान में मौका देने की संभावना नजर नहीं आ रही है. क्योंकि, शेष बची 9 सीटों पर पार्टी के पास कई मजबूत दावेदार हैं.  जानकारों का यह भी कहना है कि  तिवाड़ी के सामने अब कांग्रेस का ही विकल्प मजबूत रूप में दिखाई दे रहा है. आपको बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए तिवाड़ी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया था. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस में शामिल होंगे या नहीं इस पर निर्णय आगामी दिनों में लेंगे. ऐसे में अब तिवाड़ी के अगले कदम पर सियासतदारों की निगाहें टिकी हुई है.

 


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