जयपुर. देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 11 जनवरी को पुण्यतिथि मनाई गई. शास्त्री को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि 'जय जवान जय किसान' का नारा देने वाले शास्त्री जैसे नेता कांग्रेस पार्टी के थे. लेकिन आज सोशल मीडिया पर कांग्रेस के नेताओं को बदनाम किया जा रहा है.
देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे. यहा उन्होंने शास्त्री जी के चित्र पर फूल चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने उस जमाने में जय जवान जय किसान का नारा दिया था. तो वहीं 65 के वार के समय में उन्होंने देशवासियों को खाद्यान्न की कमी के चलते सोमवार को व्रत रखने के लिए कहा था.
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गहलोत ने कहा कि मुझे गर्व है कि देश में उनकी भावनाओं को मानने वाले आज भी कई परिवार ऐसे होंगे जो सोमवार को व्रत रखते होंगे. लाल बहादुर शास्त्री ने आजादी की जंग में एक स्वतंत्रता सेनानी के रुप में हिस्सा लिया. गहलोत ने कहा कि आज दुख होता है कि ऐसे महान लोगों पर भी छींटाकशी होती है. जिन्होंने देश को आजाद भी करवाया और बाद में देश को कुशल नेतृत्व भी दिया. पंडित नेहरू जैसे नेताओं के खिलाफ भी जिस तरह से सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जाता है यह गलत है. राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाद अब महाराष्ट्र और झारखंड में हुए चुनाव के बाद ऐसी मानसिकता वाले लोगों को समझ में आ गया है कि देश कांग्रेस से मुक्त तो कभी नहीं होगा लेकिन ऐसी बात करने वालों से जरूर मुक्त हो जाएगा.