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सरकार की पहली सालगिरह : गहलोत ने 'निरोगी राजस्थान' स्कीम का किया जिक्र

राजधानी में जाट समाज के सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 'निरोगी राजस्थान' स्कीम के बारे में लोगों को बताया. उन्होंने कहा कि 17 दिसंबर को सरकार के एक साल पूरा होने पर इसके बारे में लोगों को पता चलेगा. इस स्कीम का मुख्य उद्देश्य है कि पूरा राजस्थान निरोगी हो.

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Published : Dec 9, 2019, 1:18 AM IST

Jaipur news, जयपुर की खबर
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जयपुर. राजधानी में जाट समाज के सम्मान समारोह में शिरकत करने आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 'निरोगी राजस्थान' स्कीम का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सरकार 'निरोगी राजस्थान' स्कीम लेकर आ रही है. 17 दिसंबर को सरकार का 1 साल पूरा हो रहा है, तब लोगों को पता चलेगा कि यह स्कीम किस तरह से बनी है. अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले कार्यकाल में हमने निशुल्क दवा योजना शुरू की थी और इसकी तारीफ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की थी. हमने जांच भी फ्री कर दी और दवाओं का दायरा भी बढ़ा दिया गया है.

गहलोत ने 'निरोगी राजस्थान' स्कीम का किया जिक्र

अशोक गहलोत ने कहा कि निरोगी राजस्थान की स्कीम इस तरह होगी कि सब लोग किस तरह से निरोगी रहें, अच्छा पर्यावरण रहे, प्रदूषण न फैले, दवाओं की जरूरत नहीं पड़े. यह योजना बड़े रूप में बनाएंगे, इस स्कीम को लेकर चर्चा शुरू हो चुकी है. गहलोत ने कहा कि महिलाओं को घूंघट और बुर्के से बाहर आना चाहिए. उन्हें खुली हवा में सांस लेने दो. पुरुषों के बिना घूंघट और बुर्का हटाना असंभव है, इसलिए पुरुषों को आगे आकर महिलाओं को घूंघट और बुर्के से मुक्त करना चाहिए.

पढ़ें- सरकार की पहली सालगिरह : कांग्रेस के जश्न के बीच भाजपा जारी करेगी ब्लैक पेपर

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब पहली बार हमारी सरकार बनी थी तो कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी थी. उस कार्यकाल में कर्मचारियों से खूब काम कराया, फिर भी हमारी सरकार चली गई. आपदा प्रबंधन को लेकर कर्मचारियों ने खूब काम किया फिर जब चुनाव आए तो अशोक गहलोत के मुर्दाबाद के नारे लगाकर पोलिंग पार्टियां रवाना हुई और हमारी सरकार चली गई. हमारी सरकार जाते ही वसुंधरा जी पहली बार आई थी और दूसरी बार मोदी जी आ गए. उस समय हमारे पक्ष में माहौल बहुत अच्छा था. हमने कहा था कि सरकार हमारी बनेगी और हमारी सरकार नहीं बनी तो आने वाली सरकार काम भी नहीं करेगी और ऐसा ही हुआ जब वसुंधरा जी की सरकार बनी तो उन्होंने काम नहीं किया.

पढ़ें- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिया दो प्रस्तावों को मंजूरी

उन्होंने कहा कि जब वसुंधरा जी मुख्यमंत्री थी तो विधायक उनके पास काम के लिए जाते थे, कहते थे कि मैडम काम नहीं हो रहे हैं, गांव में जवाब क्या देंगे. इस पर वसुंधरा जी ने कहा कि आपको पता है मेरे सामने कौन रहता है. मेरे सामने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रहते हैं. उन्होंने बहुत काम किया. इसलिए वह वहां है और मैं यहां बैठी हूं. इस बीच जाट समाज ने मुख्यमंत्री से जमीन की भी मांग की. जाट समाज, लड़कियों के लिए हॉस्टल बनाना चाहता है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जिम्मेदारी लालचंद कटारिया और गोविंद सिंह डोटासरा को दे रहा हूं. यह लोग जाकर शांति धारीवाल से बात करेंगे और कोई दिक्कत होगी तो मुझे बताएंगे और जमीन का अलॉटमेंट करेंगे.

जयपुर. राजधानी में जाट समाज के सम्मान समारोह में शिरकत करने आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 'निरोगी राजस्थान' स्कीम का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि सरकार 'निरोगी राजस्थान' स्कीम लेकर आ रही है. 17 दिसंबर को सरकार का 1 साल पूरा हो रहा है, तब लोगों को पता चलेगा कि यह स्कीम किस तरह से बनी है. अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले कार्यकाल में हमने निशुल्क दवा योजना शुरू की थी और इसकी तारीफ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की थी. हमने जांच भी फ्री कर दी और दवाओं का दायरा भी बढ़ा दिया गया है.

गहलोत ने 'निरोगी राजस्थान' स्कीम का किया जिक्र

अशोक गहलोत ने कहा कि निरोगी राजस्थान की स्कीम इस तरह होगी कि सब लोग किस तरह से निरोगी रहें, अच्छा पर्यावरण रहे, प्रदूषण न फैले, दवाओं की जरूरत नहीं पड़े. यह योजना बड़े रूप में बनाएंगे, इस स्कीम को लेकर चर्चा शुरू हो चुकी है. गहलोत ने कहा कि महिलाओं को घूंघट और बुर्के से बाहर आना चाहिए. उन्हें खुली हवा में सांस लेने दो. पुरुषों के बिना घूंघट और बुर्का हटाना असंभव है, इसलिए पुरुषों को आगे आकर महिलाओं को घूंघट और बुर्के से मुक्त करना चाहिए.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब पहली बार हमारी सरकार बनी थी तो कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी थी. उस कार्यकाल में कर्मचारियों से खूब काम कराया, फिर भी हमारी सरकार चली गई. आपदा प्रबंधन को लेकर कर्मचारियों ने खूब काम किया फिर जब चुनाव आए तो अशोक गहलोत के मुर्दाबाद के नारे लगाकर पोलिंग पार्टियां रवाना हुई और हमारी सरकार चली गई. हमारी सरकार जाते ही वसुंधरा जी पहली बार आई थी और दूसरी बार मोदी जी आ गए. उस समय हमारे पक्ष में माहौल बहुत अच्छा था. हमने कहा था कि सरकार हमारी बनेगी और हमारी सरकार नहीं बनी तो आने वाली सरकार काम भी नहीं करेगी और ऐसा ही हुआ जब वसुंधरा जी की सरकार बनी तो उन्होंने काम नहीं किया.

पढ़ें- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिया दो प्रस्तावों को मंजूरी

उन्होंने कहा कि जब वसुंधरा जी मुख्यमंत्री थी तो विधायक उनके पास काम के लिए जाते थे, कहते थे कि मैडम काम नहीं हो रहे हैं, गांव में जवाब क्या देंगे. इस पर वसुंधरा जी ने कहा कि आपको पता है मेरे सामने कौन रहता है. मेरे सामने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रहते हैं. उन्होंने बहुत काम किया. इसलिए वह वहां है और मैं यहां बैठी हूं. इस बीच जाट समाज ने मुख्यमंत्री से जमीन की भी मांग की. जाट समाज, लड़कियों के लिए हॉस्टल बनाना चाहता है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जिम्मेदारी लालचंद कटारिया और गोविंद सिंह डोटासरा को दे रहा हूं. यह लोग जाकर शांति धारीवाल से बात करेंगे और कोई दिक्कत होगी तो मुझे बताएंगे और जमीन का अलॉटमेंट करेंगे.

Intro:जयपुर। जाट समाज के सम्मान समारोह में शिरकत करने आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 'निरोगी राजस्थान' स्कीम का भी जिक्र किया उन्होंने कहा कि सरकार निरोगी राजस्थान स्कीम लेकर आ रही है। 17 दिसंबर को सरकार का 1 साल पूरा हो रहा है तब लोगों को पता चलेगा कि यह स्कीम किस तरह से बनी है।
अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले कार्यकाल में हमने निशुल्क दवा योजना शुरू की थी और इसकी तारीफ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की थी। हमने जांच भी फ्री कर दी। दवाओं का दायरा भी बढ़ा दिया है।


Body:अशोक गहलोत ने कहा कि निरोगी राजस्थान की होगी कि सब लोग किस तरह से निरोगी रहे, अच्छा पर्यावरण रहे, प्रदूषण न फैले, दवाओं की जरूरत नहीं पड़े। यह योजना बड़े रूप में बनाएंगे इस स्कीम को लेकर चर्चा शुरू हो चुकी है 17 तारीख को आप लोगों को पता चलेगा की स्कीम किस तरह से बनी है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि महिलाओं को घुंघट और बुर्के से बाहर आना चाहिए उन्हें खुली हवा में सांस लेने दो। पुरुषों के बिना घूंघट और बुर्का हटाना असंभव है इसलिए पुरुषों को आगे आकर महिलाओं को घूंघट और बुर्के से मुक्त करना चाहिए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब पहली बार हमारी सरकार बनी थी तो कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी थी। उस कार्यकाल में कर्मचारियों से खूब काम कराया। फिर भी हमारी सरकार चली गई। आपदा प्रबंधन को लेकर कर्मचारियों ने खूब काम किया फिर जब चुनाव आए तो अशोक गहलोत के मुर्दाबाद के नारे लगाकर पोलिंग पार्टियां रवाना हुई और हमारी सरकार चली गई। हमारी सरकार जाते ही वसुंधरा जी पहली बार आई थी। दूसरी बार मोदी जी आ गए। उस समय हमारे पक्ष में माहौल बहुत अच्छा था हमने कहा था सरकार हमारी बनेगी और हमारी सरकार नहीं बनी तो आने वाली सरकार काम भी नहीं करेगी और ऐसा ही हुआ जब वसुंधरा जी की सरकार बनी तो उन्होंने काम नहीं किया।
अशोक गहलोत ने कहा कि जब वसुंधरा जी मुख्यमंत्री थी तो विधायक उनके पास काम के लिए जाते थे, कहते थे कि मैडम काम नहीं हो रहे हैं गांव में जवाब क्या देंगे। इस पर वसुंधरा जी ने कहा कि आपको पता है मेरे सामने कौन रहता है मेरे सामने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रहते हैं उन्होंने बहुत काम किया इसलिए वहां है और मैं यहां बैठी हूं।
जमीन के लिए डोटासरा मैं कटारिया को दी जिम्मेदारी-
जाट समाज ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जमीन की भी मांग की । जाट समाज लड़कियों के लिए हॉस्टल बनाना चाहता है इसे मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जिम्मेदारी लालचंद कटारिया व गोविंद सिंह डोटासरा को दे रहा हूं यह लोग जाकर शांति धारीवाल से बात करेंगे और कोई दिक्कत होगी तो मुझे बताएंगे। जमीन का अलॉटमेंट करेंगे।

बाईट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत



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