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राजस्थान को नहीं मिल रही पर्याप्त ऑक्सीजन, SC का दरवाजा खटखटाएंगे: प्रताप सिंह खाचरियावास

राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी को लेकर बुधवार को गहलोत मंत्री परीषद की बैठक हुई. बैठक में कहा गया कि राजस्थान को उसके कोटे की ऑक्सीजन बार-बार मांग करने पर भी नहीं मिल रही है. ऐसे में अब सरकार के पास सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है. खाचरियावास ने मीडिया से मुखातिब होते हुए मोदी सरकार को प्रदेश भाजपा के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया.

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Published : May 12, 2021, 10:46 PM IST

Updated : May 12, 2021, 10:53 PM IST

oxygen supply,  supreme court
ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट जायेगी गहलोत सरकार

जयपुर. राजस्थान सरकार ऑक्सीजन कोटे को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने जा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई मंत्रीपरिषद की बैठक में अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान को कम ऑक्सीजन मिलने के मुद्दे चर्चा हुई. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हर तरीके से केंद्र सरकार से प्रदेश को अन्य राज्यों के समान ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की मांग की. लेकिन केंद्र सरकार के भेदभाव पूर्ण रवैये की वजह से प्रदेश को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है. ऐसे में अब सरकार के पास सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है.

पढे़ं: Rajasthan Corona Update : राजस्थान में बीते 24 घंटे में मिले 16384 कोरोना संक्रमित, 164 मरीजों की हुई मौत

खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा को तो पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध करा रही है. जबकि उसी की तुलना में राजस्थान को ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा रही है. केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन और वैक्सीन उपलब्ध कराने की सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर ले रखी है. बावजूद इसके भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई बार केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा और सोशल मीडिया के जरिये भी इस बात को लेकर मांग की कि राजस्थान में ऑक्सीजन के बगैर लोगों की मौत हो रही है.

ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट जायेगी गहलोत सरकार

भाजपा सांसद राजस्थान की पैरवी नहीं कर पा रहे

केंद्र सरकार राजस्थान को उसके हिस्से का ऑक्सीजन उपलब्ध कराएं. इतना ही नहीं सरकार ने तीन मंत्रियों को केंद्र सरकार के पास बात करने के लिए भी भेजा. लेकिन अफसोस की बात है कि केंद्र सरकार राजस्थान के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही है. खाचरियावास ने बीजेपी के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि राजस्थान से जीतकर गए 25 के 25 एमपी केंद्र सरकार के सामने राजस्थान की पैरवी नहीं कर पा रहे हैं और उससे बड़ी बात यह है कि बीजेपी के प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ कैबिनेट मिनिस्टर गजेंद्र सिंह शेखावत झूठे बयान दे रहे हैं.

बीजेपी नेताओं को राजधर्म निभाना चाहिए

उन्होंने कहा कि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर आरोप लगा रहे हैं कि वेंटिलेटर का उपयोग हम किराये पर देने पर कर रहे हैं. जबकि उन्हें यह पता होना चाहिए कि राजस्थान की सरकार ने यह आदेश निकाल दिये हैं कि अगर सरकारी अस्पतालों में वेंटीलेटर ज्यादा हैं और प्राइवेट अस्पतालों को वेंटिलेटर की आवश्यकता है तो उन्हें सरकार के वेंटिलेटर निशुल्क मिलेंगे और वह निशुल्क उपचार करेंगे. खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी के नेता एसी कमरों में बैठकर अपने बयान जारी करते हैं और सोशल मीडिया पर उसका दुष्प्रचार करते हैं, जबकि उन्हें राज धर्म निभाना चाहिए.

बीजेपी के नेता सिर्फ सोशल मीडिया पर हैं

उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश की जनता ने उन्हें वोट देकर जीताया है. वह जनता के बीच में जायेंगे तो उन्हें पता लगेगा कि किस तरह से लोग कम ऑक्सीजन मिलने की वजह से मौत के आगोश में जा रहे हैं. बयानबाजी करना एक अलग चीज है और धरातल पर काम करना एक अलग. आज गहलोत सरकार के सभी मंत्री लगातार धरातल पर काम कर रहे हैं. अस्पतालों में मरीजों से मुलाकात कर रहे हैं और उनकी पीड़ा को समझ रहे हैं लेकिन बीजेपी के नेता तो सिर्फ सोशल मीडिया पर अपना बयान ही जारी कर रहे हैं.

जयपुर. राजस्थान सरकार ऑक्सीजन कोटे को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने जा रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई मंत्रीपरिषद की बैठक में अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान को कम ऑक्सीजन मिलने के मुद्दे चर्चा हुई. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हर तरीके से केंद्र सरकार से प्रदेश को अन्य राज्यों के समान ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की मांग की. लेकिन केंद्र सरकार के भेदभाव पूर्ण रवैये की वजह से प्रदेश को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है. ऐसे में अब सरकार के पास सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है.

पढे़ं: Rajasthan Corona Update : राजस्थान में बीते 24 घंटे में मिले 16384 कोरोना संक्रमित, 164 मरीजों की हुई मौत

खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा को तो पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध करा रही है. जबकि उसी की तुलना में राजस्थान को ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा रही है. केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन और वैक्सीन उपलब्ध कराने की सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर ले रखी है. बावजूद इसके भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई बार केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा और सोशल मीडिया के जरिये भी इस बात को लेकर मांग की कि राजस्थान में ऑक्सीजन के बगैर लोगों की मौत हो रही है.

ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट जायेगी गहलोत सरकार

भाजपा सांसद राजस्थान की पैरवी नहीं कर पा रहे

केंद्र सरकार राजस्थान को उसके हिस्से का ऑक्सीजन उपलब्ध कराएं. इतना ही नहीं सरकार ने तीन मंत्रियों को केंद्र सरकार के पास बात करने के लिए भी भेजा. लेकिन अफसोस की बात है कि केंद्र सरकार राजस्थान के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही है. खाचरियावास ने बीजेपी के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि राजस्थान से जीतकर गए 25 के 25 एमपी केंद्र सरकार के सामने राजस्थान की पैरवी नहीं कर पा रहे हैं और उससे बड़ी बात यह है कि बीजेपी के प्रवक्ता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ कैबिनेट मिनिस्टर गजेंद्र सिंह शेखावत झूठे बयान दे रहे हैं.

बीजेपी नेताओं को राजधर्म निभाना चाहिए

उन्होंने कहा कि राज्यवर्धन सिंह राठौड़ मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर आरोप लगा रहे हैं कि वेंटिलेटर का उपयोग हम किराये पर देने पर कर रहे हैं. जबकि उन्हें यह पता होना चाहिए कि राजस्थान की सरकार ने यह आदेश निकाल दिये हैं कि अगर सरकारी अस्पतालों में वेंटीलेटर ज्यादा हैं और प्राइवेट अस्पतालों को वेंटिलेटर की आवश्यकता है तो उन्हें सरकार के वेंटिलेटर निशुल्क मिलेंगे और वह निशुल्क उपचार करेंगे. खाचरियावास ने कहा कि बीजेपी के नेता एसी कमरों में बैठकर अपने बयान जारी करते हैं और सोशल मीडिया पर उसका दुष्प्रचार करते हैं, जबकि उन्हें राज धर्म निभाना चाहिए.

बीजेपी के नेता सिर्फ सोशल मीडिया पर हैं

उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश की जनता ने उन्हें वोट देकर जीताया है. वह जनता के बीच में जायेंगे तो उन्हें पता लगेगा कि किस तरह से लोग कम ऑक्सीजन मिलने की वजह से मौत के आगोश में जा रहे हैं. बयानबाजी करना एक अलग चीज है और धरातल पर काम करना एक अलग. आज गहलोत सरकार के सभी मंत्री लगातार धरातल पर काम कर रहे हैं. अस्पतालों में मरीजों से मुलाकात कर रहे हैं और उनकी पीड़ा को समझ रहे हैं लेकिन बीजेपी के नेता तो सिर्फ सोशल मीडिया पर अपना बयान ही जारी कर रहे हैं.

Last Updated : May 12, 2021, 10:53 PM IST
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