कुचामनसिटी: जिले के मौलासर थाना क्षेत्र के बांसा गांव में ग्रामीणों की सहमति के बिना मूर्तियां लगाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. ग्रामीण बीते पांच दिनों से अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. प्रशासन और पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं किए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने सोमवार को ग्राम पंचायत के सरपंच के खिलाफ जुलूस निकालकर विरोध जताया. ग्रामीणों की मांग है कि गांव में ग्रामीणों की बिना अनुमति और सहमति के लगाई गई मूर्तियों को गांव के चौक से हटाया जाए. मूर्तियां लगाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. गांव में विरोध बढ़ता देखकर मौलासर तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की, लेकिन ग्रामीणों नहीं माने. तहसीलदार तुक्काचंद ने बताया कि गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस जाब्ता तैनात है. उन्होंने कहा कि धारा 91 की कार्रवाई करने और मूर्तियां हटाने को लेकर प्रशासन को अवगत करवा दिया गया है.
कलेक्टर को भी भेजा ज्ञापन: गांव के रामेश्वर लाल मेघवाल, मनोज कुमार और राजेंद्र अग्रवाल आदि ग्रामीणों ने बताया कि बिना सहमति के लगाई गई मूर्तियों को गांव के चौक से हटाया जाएं और इन्हें लगाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. गांव में विरोध बढ़ता देखकर मौलासर पुलिस थानाधिकारी व मौलासर तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की गई, लेकिन ग्रामीण मूर्ति हटाने पर अड़ गए. तहसीलदार ने बताया कि गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस जाब्ता तैनात है. मूर्तियां हटाने को लेकर प्रशासन को अवगत करवा दिया गया है. गौरतलब है कि ग्रामीणों की ओर से इस संबंध में जिला कलक्टर, उपखंड अधिकारी को भी एक ज्ञापन भेजकर कार्रवाई की मांग की गई थी, लेकिन पांच दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की.
पढ़ें: महिला का शव लेकर नगर निगम में विरोध-प्रदर्शन, निगम में स्थाई नहीं करने का लगाया आरोप
पटवारी, वीडीओ व सरपंच को दिया नोटिस : तहसीलदार ने बताया कि बांसा पटवारी सरोज, वीडीओ धर्मेन्द्र ओर सरपंच गुमानराम बुगालिया को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है. उन्होंने बताया कि मूर्ति विवाद को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया, उनके आदेशानुसार कार्रवाई की जाएगी.