जयपुर. कोरोना काल में नीट और जेईई परीक्षा के आयोजन का विरोध कर रही प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सोमवार को प्री डीएलएड परीक्षा का आयोजन कराया. परीक्षा से पहले तक विपक्ष सरकार के इस दोहरे रवैया पर सवाल उठा रहा था.
हालांकि, सरकार ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा के सफल आयोजन का हवाला देते हुए उसी तर्ज पर परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाते हुए, एक कक्ष में अधिकतम 15 अभ्यर्थियों को बैठाने की व्यवस्था की. राजधानी के 201 परीक्षा केंद्रों पर 53 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी. इस दौरान एहतियात बरतते हुए, छात्रों का थर्मल स्कैनर से तापमान भी मापा गया. साथ ही हाथों को भी सैनिटाइज कराया गया.
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गांधीनगर स्थित परीक्षा केंद्र प्रमुख उर्मिला बारेठ ने बताया कि 555 अभ्यर्थियों के लिए एक कमरे में 15 छात्रों को बैठाने की व्यवस्था की गई. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया. परीक्षा केंद्र में प्रवेश के दौरान हाथों को सैनिटाइज और तापमान भी मापा गया. परीक्षा केंद्र पर चिकित्सकीय सुविधा के मद्देनजर दो नर्स भी अप्वॉइंट की गई थी.
वहीं, गांधी सर्किल स्थित परीक्षा केंद्र प्रमुख प्रभाकर इंदौरिया ने बताया कि 210 अभ्यर्थियों को राज्य सरकार के निर्देशानुसार परीक्षा दिलाई गई. यदि कोई छात्र तय तापमान से अधिक पाया जाता, तो उनके बैठने की अलग व्यवस्था भी की गई थी.
बता दें कि बीते साल तक एक कमरे में 24 अभ्यर्थियों को बैठाया जाता था. कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस साल 1 हजार 444 परीक्षा केंद्रों की संख्या बनाई गई. इस परीक्षा के लिए 6 लाख 69 हजार 613 अभ्यर्थी पंजीकृत हुए थे. वहीं, कुछ परीक्षा केंद्रों पर समान दूरी पर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए चिह्न भी बनाए गए.